50 कच्चे मकान ढहे, मलबे में छह लोग दबे
राष्ट्रपिता मोहनदास करमचंद्र गांधी की 150 वीं जयंती पर प्लास्टिक से मुक्ति का शंखनाद हो गया। गांधी व शास्त्री के नमन के साथ ही जिले भर में स्वच्छता का संकल्प गूंजा। स्कूल कालेज सरकारी दफ्तर व मलिन बस्तियों में बृहद सफाई अभियान शुरू कर आम से खास को प्लास्टिक से होने वाले नुकसान बताए गए और इससे छुटकारा पाने के लिए सहयोग मांगा गया।
जागरण टीम, फतेहपुर : बारिश का कहर लगातार कच्चे मकानों पर टूटकर रहा है। बुधवार की बारिश में 50 से अधिक कच्चे मकान ढह गए। इसमें दंपती समेत छह लोग घायल हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया।
खागा तहसील के खेमकरनपुर बसई गांव निवासिनी 62 वर्षीय राजरानी, पुत्र 35 वर्षीय महेश व पौत्री तीन वर्षीय रानी देवी दीवार अचानक ढह मलबे में उक्त तीनों लोग दब गए। खखरेड़ू थाना क्षेत्र के राईपुर, कोतवाली क्षेत्र के रसूलपुर सानी गांव में कामता, शिवबरन, सुरेश तथा श्यामकली पुत्री बुद्धू, सरौली गांव में इंदल सिंह, पुर्री सिंह के मकान गिर गए। बिदकी तहसील के गांव घेरवा में दंपती रामबिहारी और उसकी पत्नी कलावती मकान के मलबे में दब गए। इसी तरह मदोकीपुर निवासी हरिप्रसाद के हुई घर गिरी में दो बकरियां दबकर मर गईं। वहीं 12 वर्षीय पुत्र भांजी को बचाने के चक्कर में खुद दब गया। दपसौरा में ओम प्रकाश दुबे, कंसपुर में हरिकृष्ण, जुगुतखेड़ा में धीरेंद्र सिंह, रोटी गांव में रामकृपाल और पपरेंदा गांव में संतलाल, राजबहादुर, सुरेश सोनकर के मकान जमींदोज हो गए हैं। तेलियानी ब्लाक के सराय खरगू में 12 मकान घरगिरी का शिकार हो गए हैं। इसी तरह शाह कस्बे में पासवान मोहल्ले व सुसवन बुजुर्ग, बहुआ कस्बे में कई मकान जमीदोज हो गए हैं। डीएम संजीव सिंह ने कहाकि राजस्व विभाग को घरगिरी का आंकलन करके रिपोर्ट एसडीएम के माध्यम से भेजने के निर्देश दिए गए हैं।