1359 फसली के तालाब में दर्ज हो गए 26 भूमिधर, जांच
संवाद सहयोगी बिदकी नगर के लिए जल संचयन और जल निकासी की समस्या का तोड़ रहे तालाब अब धीर
संवाद सहयोगी, बिदकी : नगर के लिए जल संचयन और जल निकासी की समस्या का तोड़ रहे तालाब अब धीरे-धीरे राजस्व अभिलेखों में गायब हो रहे हैं। प्रशासन के संज्ञान में अब एक ऐसा ही मामला आया है। छोटी काली जी मंदिर के पीछे सत्रह बीघे का तालाब राजस्व विभाग ने खोज निकाला है। तालाब की भूमि पर बतौर मालिक 26 लोगों के नाम बतौर भूमिधर दर्ज हो गए हैं, जबकि यह 1359 फसली में दर्ज नहीं है। एसडीएम ने इस जांच बिठा दी है। राजस्व अभिलेखागार से अभिलेख मंगाए गए हैं। बिदकी नगर के छोटी काली जी मंदिर मोहल्ला जहानपुर में 1359 फसली के राजस्व अभिलेखों में 17 बीघा तालाब दर्ज है। यहां पर अब प्लाटिग हो चुकी है। चार से पांच मंजिला भवन खड़े हो गए हैं। अब भी लगातार प्लाटिग जारी है। लॉक डाउन के दौरान नगर भ्रमण में आए डीएम डीएम संजीव कुमार सिंह ने तालाब को संज्ञान लिया था। इसके बाद राजस्व विभाग से इस पर विस्तार से रिपोर्ट भी मांगी थी। तहसीलदार के नेतृत्व में टीम ने स्थलीय निरीक्षण कर यहां पर 1359 फसली में 17 बीघे का तालाब खोज निकाला था। तब से यह मामला ठंडा पड़ा था। अब एसडीएम ने तालाब से जुड़े अभिलेख अभिलेखागार फतेहपुर से मंगाए तो मामला फिर चर्चा में आ गया।
जहानपुर के तालाब पर भी कब्जा
छोटी कालीजी मोहल्ला जहानपुर स्थित तालाब की भूमि का कुछ हिस्सा खाली पड़ा है। अन्य हिस्से पर भी कब्जा किया जा रहा है। तालाब के एक छोर में सम्राट सिनेमा हाल था। उसके भवन को भी ध्वस्त करके प्लाटिग की जा चुकी है।
1359 फसली के बाद दर्ज एक 26 भूमिधर
राजस्व विभाग के अभिलेखों का एसडीएम आशीष कुमार ने पड़ताल कराई तो उसमें 26 लोगों के नाम बतौर भूमिधर दर्ज मिले हैं। जबकि 1359 फसली में यहां पर तालाब दर्ज है। यह देखकर प्रशासन का सिर चकरा गया है। अब इन सभी भूमिधर दर्ज लोगों को नोटिस जारी करने की तैयारी हो रही है।
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सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि 1359 फसली में कोई भी रकबा तालाब दर्ज है, और उसके बाद किसी का नाम बतौर भूमिधर दर्ज हो गया। तो उसे फिर से राजस्व अभिलेखों में तालाब दर्ज कर दिया जाएगा। जिन भी लोगों के नाम बतौर भूमिधर दर्ज हैं, उनको सुनवाई का मौका दिया जाएगा। सभी 29 लोगों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा जाएगा।
आशीष कुमार एसडीएम बिदकी