ईंट भट्ठों पर 22 करोड़ का बकाया, आरसी जारी
ईंट बनाकर बेंचने के बदले प्रशासन को दिया जाने वाला समाधान शुल्क (रायल्टी) पर अब प्रशासन ने शिकंजा कस दिया है। सात साल से समाधान शुल्क न जमा करने वाले 362 भट्ठों पर करीब 22.24 करोड़ का बकाया है। बार-बार निर्देश के बाद भी जब इन भट्ठा संचालकों ने राजस्व जमा नहीं किया तो प्रशासन ने इनके खिलाफ आरसी जारी कर दी। एडीएम राजस्व एवं वित्त ने तहसीलवार वसूली टीमें गठित कर बकाया वसूली पर निगाहें जमा दी हैं।
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: ईंट बनाकर बेंचने के बदले प्रशासन को दिया जाने वाला समाधान शुल्क (रायल्टी) पर अब प्रशासन ने शिकंजा कस दिया है। सात साल से समाधान शुल्क न जमा करने वाले 362 भट्ठों स्वामियों पर करीब 22.24 करोड़ का बकाया है। कई बार नोटिस के बाद भी जब उन्होंने राजस्व जमा नहीं किया तो प्रशासन ने इनके खिलाफ आरसी जारी कर दी है। एडीएम राजस्व एवं वित्त ने तहसीलवार वसूली टीमें गठित कर बकाया वसूली के निर्देश दिए हैं।
वर्ष 2012-13 से अब तक जिले भर में 362 भट्ठे ऐसे रहें हैं, जिन्होंने ईंट बनाने के लिए मिट्टी का खनन करते हुए भट्ठा संचालित किया, लेकिन बदले में सरकार के खाते में जमा होने वाली रायल्टी अदा करना भूल गए। प्रशासन ने जांच पड़ताल में यह भी पाया कि अनेक भट्ठा मालिकों ने अपने तय क्षेत्र के अतिरिक्त मिट्टी का खनन किया, जिन पर जुर्माना भी लगाया गया, लेकिन भट्ठा मालिकों ने इस जुर्माने की राशि तक को जमा नहीं किया। भट्ठा मालिकों द्वारा लगातार सात वर्षों तक यह राशि जमा नहीं की गयी। अब प्रशासन ने इन्हें धनराशि जमा करने की नोटिस दी, बावजूद कोई धन जमा नहीं हुआ। डीएम संजीव सिंह ने इसकी समीक्षा की। बड़े पैमाने पर राजस्व बकाया मिलने पर उन्होंने बकायेदारों के खिलाफ आरसी जारी करने का निर्देश दिया है। एडीएम पप्पू गुप्ता ने सभी 362 भट्ठा मालिकों के खिलाफ आरसी जारी करते हुए तहसीलों में राजस्व निरीक्षक व पुलिस इंस्पेक्टरों की संयुक्त टीम गठित की है। यह टीमें आरसी धनराशि वसूली करेंगी। पैसा न जमा किया तो गिरफ्तारी भी
एडीएम पप्पू गुप्ता ने बताया कि जिन 362 भट्ठा मालिाकों के खिलाफ आरसी जारी की गयी है, उनकी वसूली राजस्व वसूली की भांति होगी। पहले हमारी टीम उन्हें आरसी तामील कराएगी, धनराशि जमा करने का वक्त बताएगी। अगर उस समय सीमा में धनराशि जमा नहीं हुई तो बकायदारों को हिरासत में लेकर तहसील हवालात में रखा जाएगा।
22.24 करोड़ का है बकाया: खनन अधिकारी
-खनन अधिकारी मिथलेश पांडेय ने बताया कि जिले में 362 भट्ठे हैं, जिन्होंने वर्ष 2012-13 से अब तक रायल्टी व अवैध खनन में हुए जुर्माने की राशि को जमा नहीं किया है। इससे 22.24 करोड़ का बकाया हो गया है, जिससे राजस्व का बड़ा नुकसान हो रहा है। आरसी तामील कराई जा रही जमा न करने पर भट्ठों का खनन पट्टा भी निरस्त किया जाएगा। तहसीलवार भट्ठा व उनका बकाया
तहसील भट्ठा बकाया राशि
सदर 150 19.96 करोड़
खागा 92 99.08 लाख
बिदकी 120 1.28 करोड़