पुल-पुलिया निर्माण का दो करोड़ रुपया वापस लौटा
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : जर्जर पुल -पुलियों का निर्माण एक बार फिर अधर में लटक गया है
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : जर्जर पुल -पुलियों का निर्माण एक बार फिर अधर में लटक गया है। चालू वित्तीय वर्ष में मिले तीन करोड़ रुपये में से विभाग ने दो करोड़ रुपया वापस भेजने का पत्र उच्चाधिकारियों को भेज दिया है। इस पत्र में विभाग ने तकनीकी स्टाफ की कमी होने को मुख्य कारण बताया है। इससे जिले की टूटी पड़ी 22 पुलियों के बनने की संभावनाओं पर विराम लग गया है।
¨सचाई विभाग के 32 पुल एवं 66 पुलिया जर्जर थे। इसके लिए सपा शासन काल में चार करोड़ का स्टीमेट भेजा गया था, शासन ने उस वक्त बजट मंजूर भी कर दिया था, लेकिन समय कम होने पर विभाग ने मार्च माह में 3 करोड़ रुपये शासन को सरेंडर कर दिया था एक करोड़ का ही काम कराया गया था। इस बार फिर पैसा आया तो जेई की कमी आड़े आ गई है। इस साल विभाग ने 2 करोड़ वापस किए है और एक करोड़ ही खर्च कर पा रहा है। ¨सचाई विभाग के रामगंगा कैनाल व निचली गंगा कैनाल के दो खंड हैं। जिसमें राम गंगा में जेई के 16 पद हैं जिसमें एक जेई की तैनाती है। वहीं निचली गंगा में 18 जेई के पदों में पांच जेई तैनात है। मामले पर विभाग के नोडल अधिकारी महेंद्र ¨सह का कहना था कि जेई की तैनाती न होने से विभाग का दो करोड़ रुपये वापस लेने का पत्र उच्चाधिकारियों को भेज दिया है। -जेई की कमी की जानकारी विभाग के आला अधिकारियों को दी गई थी, लेकिन इनकी तैनाती किन्हीं कारणों से नहीं हो पाई। इससे अवमुक्त बजट वापस करना पड़ा है। इसे जेई की तैनात होने पर शासन से फिर से मांग की जाएगी। - आरपी मिश्रा, अधीक्षण अभियंता
विभाग में पदों की स्थिति
रामगंगा कैनाल में
पद - सृजित - तैनाती
अधिशासी अभियंता - 1 - 1
सहायक अभियंता - 6 - 2
अवर अभियंता पद - 16 - 2
सींचपाल - 45 - 22
निचली गंगा कैनाल में
अधिशासी अभियंता - 1 - 1
सहायक अभियंता - 6 - 3
अवर अभियंता -18 - 5