12 करोड़ से बनेगा मैटरनिटी ¨वग
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: देश के 115 पिछड़े जनपदों में शुमार फतेहपुर जनपद का विकास त
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: देश के 115 पिछड़े जनपदों में शुमार फतेहपुर जनपद का विकास तेजी से हो इसके लिए केंद्र से यूपी सरकार तक ¨चतित है। अनेक कार्यों के जरिए जनपद को विकास की दौड़ में शामिल कराने की मुहिम अब तेज हो गयी है। सेहत महकमे ने स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार को बड़ा कदम उठाया है। ताकि जिले की आधी-आबादी को भी स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान की जा सके। महानिदेशक स्वास्थ्य की अनुमति पर सेहत महकमे ने सौ बेड की मैटरनिटी ¨वग बनाने का निर्णय लिया है, जिससे की महिलाओं प्रसव व प्रसूति रोग का उपचार एक ही छत के नीचे दिया जा सके।
मैटरनिटी ¨वग बनाने के लिए सेहत महकमे ने सीएमओ कार्यालय के ठीक सामने विभाग की करीब 14 बीघे भूमि को चिन्हित किया है। बुधवार को जमीन की नाप-जोख के साथ ही सीएमओ ने इसके निर्माण के लिए 12 करोड़ के प्रस्ताव को शासन रवाना कर दिया। सीएमओ ने बताया कि हमने ¨वग के निर्माण का जो प्रस्ताव तैयार किया है उसे आईसीयू की तर्ज पर ¨वग बनाने का माडल तैयार किया गया है। निर्माण के लिए सौ बेड वाले ¨वग में कार्डियक मॉनीटर, सक्शन मशीन, डीफेब्रीलेटर, सोनोग्राफी जैसी सुविधाओं के लिए भवन माडल बनाया गया है। ताकि यहां भर्ती होने वाली महिला को किसी भी दिक्कत पर दूसरे अस्पताल में शिफ्ट न करना पड़े। इसके साथ ही हमने इसी भवन के साथ नया कोल्ड चैन प्वाइंट(टीकाकरण की दवाएं रखने का बड़ा सेंटर), लाजिस्टिक रूम (सुइयां रखने का रूम), ड्रक वेयर हाउस (जिले भर के ग्रामीण अस्पतालों की दवाओं का भंडारण कक्ष) बनाने का भी प्रस्ताव तैयार किया है।
भवन बनाने का भेजा गया प्रस्ताव
-मैटरनिटी ¨वग सौ बेड 12 करोड़
-जिला ड्रग वेयर हाउस 07 करोड़
-वैक्सीन कोल्डचेन प्वाइंट 25 लाख
-लाजिस्टिक रूम 25 लाख
इनसेट..
मैटरनिटी ¨वग में क्या क्या होगा
-सौ बेड वाली मैटरनिटी ¨वग में महिला व शिशु रोग के लिए संपूर्ण उपचार मौजूद रहेगा। इसमें आधुनिक आपरेशन थियेटर होगा तो छोटे बच्चों के लिए सिक न्यूबोर्न केयर यूनिट भी स्थापित रहेगा। यहां ओपीडी, वार्ड, इमरजेंसी जैसी सेवाएं अलग-अलग संचालित की जाएगी। ताकि महिलाओं व बच्चों को बेहतर उपचार सेवाएं दी जा सके। क्या बोले जिम्मेदार..
- जिले में 30 बेड की मैटरनिटी ¨वग खागा में है अब शासन ने सौ बेड के मैटरनिटी ¨वग का प्रस्ताव मांगा है। हमने प्रस्ताव भवन के लिए 12 करोड़ का प्रस्ताव भेजा है, जबकि भवन निर्माण के बाद करीब आठ करोड़ के खर्च पर यहां मशीनें आदि भी लगाई जाएंगी। प्रस्ताव महानिदेशक स्वास्थ्य द्वारा स्वीकृत किए जाने के बाद शासन स्तर से ही इस काम के लिए कार्यदायी संस्था नामित होगी। - विनय कुमार पांडेय - सीएमओ