कनेक्शन काटने गए बिजली कर्मियों को ग्रामीणों ने घेरा
विद्युत कनेक्शन काटने गए कर्मचारियों को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जिनका विद्युत बिल जमा है उनके भी कनेक्शन काट दिए गए। ग्रामीण जेई को मौके पर बुलाने की मांग करते रहे। क्षेत्रीय विधायक से भी इस संबंध में शिकायत की। विधायक के फोन पर आश्वासन देने के बाद लाइनमैनों को चार घंटे बाद गाड़ी समेत छोड़ा। इस संबंध में जेई ने पुलिस से शिकायत की।
संवाद सूत्र, शमसाबाद : बिजली कनेक्शन काटने गए कर्मचारियों को ग्रामीणों ने घेर लिया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जिनका बिल जमा है, उनके भी कनेक्शन काट दिए गए। ग्रामीण जेई को बुलाने की मांग करते रहे। क्षेत्रीय विधायक से भी शिकायत की। विधायक के फोन पर आश्वासन देने के बाद लाइनमैनों को चार घंटे बाद छोड़ा।
बिजली कर्मचारी एक जीप लेकर रविवार को गांव अमलैया आशानंद में नलकूप पर बकाएदारों के कनेक्शन काटने पहुंचे। बिजली बिल जमा कर चुके चार लोगों के कनेक्शन काट दिए। जानकारी पर पहुंचे नलकूप स्वामियों ने ग्रामीणों के साथ जीप घेर ली और लाइनमैनों को बंधक बना लिया। जानकारी मिलने पर जेई ने चारों कनेक्शन तुरंत जुड़वा भी दिए। इसके बाद भी ग्रामीण जेई से मौके पर आने की मांग करने लगे। पड़ोसी गांव गदनपुर चैन में विद्युत बिल जमा कराने को कैंप में बैठे जेई ने फोन पर वार्ता कर समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया, लेकिन ग्रामीण नहीं माने। ग्रामीणों क कहना था कि लाइनमैन के साथ में कोई अधिकारी विद्युत कनेक्शन काटने के लिए मौजूद नहीं है। इन लोगों के पास कोई भी सही सूची नहीं है, लेजर भी काफी पुराना है। लाइनमैन पहले कनेक्शन काटते हैं फिर रुपये लेकर जोड़ते हैं। बिजली भी चार-पांच घंटे ही आती है, जिससे फसलों की सिचाई नहीं हो पाती है।
ग्रामीणों ने विधायक सुशील शाक्य से भी फोन पर वार्ता के बाद ग्रामीणों ने लाइनमैनों को चार घंटे बाद छोड़ा। जेई अजय कुमार ने बताया कि भूल से लाइनमैन ने विद्युत बिल जमा वालों के कनेक्शन कट गए थे, जिनको जुड़वा दिया गया। संविदा लाइनमैन को डिस्कनेक्शन करने के लिए भेजा गया था। इस संबंध में थाना पुलिस से भी शिकायत की जाएगी। शासन के निर्देश पर 5000 से ऊपर बकाएदारों के कनेक्शन काटे जा रहे हैं। बकाया वसूली के लिए गांव-गांव कैंप भी किए जा रहे हैं।