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महंगाई के धुएं में उज्ज्वला 'अंधेरी'

जिस उज्ज्वला योजना की केंद्र सरकार नजीर पेश करती है अब इस योजना पर मंहगाई की मार नजर आने लगी है। हालात यह हैं कि मंहगाई के चलते अधिकांश गरीब सिलिडर नहीं खरीद पा रहे हैं। जिससे उनके घरों में चूल्हा ही फूंका जा रहा है। योजना के आधे लाभार्थियों का कर्ज तक भुगतान नहीं हो पाया है। जिन लाभार्थियों ने दोबारा सिलिडर लिए ही नहीं उन्हें एजेंसी कर्मचारी घर-घर जाकर समझा रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 21 Feb 2020 10:22 PM (IST)Updated: Fri, 21 Feb 2020 10:22 PM (IST)
महंगाई के धुएं में उज्ज्वला 'अंधेरी'
महंगाई के धुएं में उज्ज्वला 'अंधेरी'

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : जिस उज्ज्वला योजना की केंद्र सरकार नजीर पेश करती है, अब इस योजना पर महंगाई की मार नजर आने लगी है। हालात यह हैं कि महंगाई के चलते अधिकांश गरीब सिलिडर नहीं खरीद पा रहे हैं। इससे उनके घरों में चूल्हा ही फूंका जा रहा है।

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उज्ज्वला योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सबसे पसंदीदा योजनाओं में शामिल है। योजना के तहत गरीब परिवारों को रसोई गैस सिलिडर उपलब्ध कराए गए थे। हालात यह हैं कि गैस सिलिडर महंगा होने की वजह से गरीब खरीद नहीं पा रहे हैं, जिससे उनके घरों में अभी भी चूल्हा ही जल रहा है। शहर के मोहल्ला भोपतपट्टी निवासी अखिलेश कठेरिया की पत्नी कुसमा को दो साल पहले उज्ज्वला योजना का कनेक्शन मिला था। कुसमा अभी भी चूल्हे पर ही खाना बनाती हैं। धुंआ कमरे में न भरे इस कारण उन्होंने चबूतरे पर चूल्हा बना रखा है। कुसमा ने बताया कि उनके पांच बेटियां हैं। पति मजदूरी करते हैं। गैस सिलिडर हर महीने खत्म हो जाता है। पहले सिलिडर सस्ता था। अब नौ सौ रुपये देने पड़ रहे हैं। इस कारण वह सिलिडर नहीं भरवा पाईं। इतनी धनराशि में दो माह की लकड़ी आ जाएगी। वह मजबूरन चूल्हे पर ही खाना बनाती हैं। मोहल्ले में अन्य लाभार्थी भी हैं। महंगाई के चलते अधिकांश गरीब परिवारों में चूल्हे पर खाना बनता है। सुबह की चाय अथवा हलका-फुलका नाश्ता गैस पर बना लेते हैं। नेशनल गैस एजेंसी के सह प्रबंधक दीपन सक्सेना ने बताया कि उन्होंने ढाई हजार से अधिक कनेक्शन दिए थे। 1767 कनेक्शन धारकों पर अभी भी लोन बकाया है। दरअसल लोन सब्सिडी से काटा जाना था। यह लोग कम गैस सिलिडर ले रहे हैं। इससे लोन का भुगतान नहीं हो पा रहा है। आठ सौ कनेक्शन ऐसे थे जिन्होंने 1500 रुपये जमा कर दिए थे। 40 कनेक्शन धारकों ने दूसरा सिलिडर नहीं लिया, उन्हें समझाया जा रहा है। करीब 50 प्रतिशत लाभार्थियों पर अभी लोन बकाया है। यह स्थिति इसलिए है कि यह लोग कम सिलिडर खरीद रहे हैं। 1.63 लाख लाभार्थियों को मिले इंडेन गैस कनेक्शन

इंडेन गैस सर्विस के सेल्स मैनेजर अनुराग कुमार के अनुसार उज्ज्वला योजना के तहत जनपद में एक लाख 63 हजार लाभार्थियों को कनेक्शन वितरित किए गए थे। 50 प्रतिशत लाभार्थियों का लोन अभी बकाया है। गैस सिलिडर की सब्सिडी से ही लोन का भुगतान हो रहा है। जय भैरव गैस एजेंसी के मालिक राजू शिवानी ने बताया कि अगस्त 2019 तक योजना के तहत गैस कनेक्शन दिए गए। अधिकांश बकाएदार 2019 के ही हैं। लाभार्थियों को समय से सिलिडर लेने के लिए समझाया जा रहा है।


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