सर्व शिक्षा के निर्माणों की गुणवत्ता परखने आएगी टीम
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : वर्ष 2000-2001 से शुरू सर्व शिक्षा अभियान के निर्माण कार्यों में अनि
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : वर्ष 2000-2001 से शुरू सर्व शिक्षा अभियान के निर्माण कार्यों में अनियमितता व गड़बड़ी के कई मामले सामने आ चुके हैं। इससे सबक लेकर सरकार ने 2016-17 से 2018-19 सहित तीन वर्षों के निर्माण कार्यों की जांच कराने का निर्णय किया है। बाराबंकी के अधिकारियों की टीम जिले में निर्माण कार्यों की पड़ताल करेगी।
2017-18 में जिले के 30 उच्च प्राथमिक विद्यालयों में छात्राओं की सुविधा के लिए इंसीनिरेटर स्वीकृत हुए थे। राज्य परियोजना की रिपोर्ट के अनुसार अभी तक इनमें पांच तैयार नहीं हुए। बालकों के लिए 77 शौचालयों का पैसा आया था, इनमें स्थान अनुपलब्धता से 16 का पैसा वापस हो गया था, शेष 61 शौचालयों का निर्माण पूर्ण हो जाने की रिपोर्ट परियोजना को भेजी गई थी। बालिकाओं के लिए स्वीकृत 177 शौचालयों में 41 का पैसा वापस हो गया था। शेष 136 का निर्माण पूरा दिखा दिया गया। अधिक छात्र संख्या वाले स्कूलों में तीन अतिरिक्त कक्षा कक्ष (एडीशनल क्लास रूम) स्वीकृत हुए थे। इनका निर्माण पूर्ण बताया गया। वर्ष 2016-17 के निर्माणों की भी सूची जारी की गई है। जबकि 2018-19 के निर्माण कार्य स्थल पर जाकर भी जांच की जाएगी। मौके पर निर्माण कार्य होता पाया जाएगा तो तकनीकी परामर्श भी दिया जाएगा।
जिला समन्वयक निर्माण दिलीप राजपूत ने बताया कि बाराबंकी के अवर अभियंता मुरलीधर तिवारी व अनिल कुमार जिले के लिए सत्यापन अधिकारी नियुक्त हुए हैं। 24 दिसंबर तक कभी भी टीम जांच करने के लिए आ सकती है।