साजिश तो थी बेजोड़ पर फिल्मी प्रेम कहानी का घटिया 'क्लाइमेक्स'
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : तीन दिन पहले को¨चग के लिए निकली छात्रा के घर न लौटने और सुस
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : तीन दिन पहले को¨चग के लिए निकली छात्रा के घर न लौटने और सुसाइड नोट मिलने की सनसनी के पीछे फिल्मी प्रेम कहानी और उसका घटिया क्लाइमेक्स सामने आया। घटना में शामिल लोगों ने न केवल सबकी आंखों में धूल झोंकी, बल्कि शिक्षक और छात्रा के पवित्र रिश्ते को भी कलंकित किया।
एसपी संतोष कुमार मिश्रा के मुताबिक यह प्रेम कहानी लगभग तीन साल पहले वर्ष 2015 में शुरू हुई थी। तब लोकेश रेलवे रोड स्थित एक पब्लिक स्कूल में जीव विज्ञान पढ़ाता था और किशोरी कक्षा 11 की छात्रा थी। दोनों का प्रेम परवान चढ़ने लगा तो 18 अक्टूबर 2016 को शिक्षक ने परिजनों के बाहर जाने पर अपने घर में किशोरी से कथित तौर पर शादी कर ली। लगभग एक साल बाद परिजनों के दबाव में लोकेश ने 23 नवंबर 2017 को जनपद मिर्जापुर निवासी युवती से विवाह कर लिया। बावजूद इसके किशोरी से लोकेश के प्रेम संबंध कायम रहे। किशोरी ने लोकेश के सामने धर्म परिवर्तन कर निकाह करने की शर्त रखी। इसके बाद लोकेश ने एलएलबी के छात्र अंकित राजपूत और उसके साथी पुराना कोठा पार्चा निवासी मुदस्सिर से मदद मांगी। मुदस्सिर लखनऊ से एमबीए कर रहा है। बीते वर्ष जनवरी में मुदस्सिर ने यू-ट्यूब पर देखकर लोकेश को फोन पर लखनऊ से कलमा पढ़वा धर्म परिवर्तन कराया और उसका नाम मोहम्मद सफर खां रख दिया। तीन मार्च 2018 को मुदस्सिर ने यू-ट्यूब पर ही देखकर दोनों का फोन पर निकाह भी करा दिया।
इस दौरान किशोरी को¨चग पढ़ने के बहाने लोकेश के घर जाने लगी। दोनों के हाव-भाव देख लोकेश की पत्नी को शक होने लगा, तो उसने दबाव बनाना शुरू किया। इस पर किशोरी ने लोकेश के साथ भागने का प्लान बनाया। प्लान के मुताबिक किशोरी घर पर सुसाइड नोट छोड़ लोकेश के साथ अंकित की बोलेरो से वाया हरदोई कानपुर चली गई। रास्ते में रामगंगा पुल के निकट किशोरी ने बैग व चप्पल छोड़ दी। किशोरी को कानपुर के कल्याणपुर में एक किराये के कमरे में छोड़कर लोकेश वापस लौट आया। कुछ दिन बाद इसी अंदाज में लोकेश के भी सुसाइड नोट छोड़कर गायब होने की योजना थी। हालांकि कहानी के क्लाइमेक्स से पूर्व ही साजिश का पर्दाफाश हो गया।