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बढ़ गया बाढ़ का प्रकोप, कटरी में हजारों एकड़ भूमि पर फसलें डूबीं

जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद तहसील सदर क्षेत्र की कटरी में सोमवार रात बाढ़ का प्रकोप और

By JagranEdited By: Published: Tue, 03 Aug 2021 11:45 PM (IST)Updated: Tue, 03 Aug 2021 11:45 PM (IST)
बढ़ गया बाढ़ का प्रकोप, कटरी में हजारों एकड़ भूमि पर फसलें डूबीं
बढ़ गया बाढ़ का प्रकोप, कटरी में हजारों एकड़ भूमि पर फसलें डूबीं

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : तहसील सदर क्षेत्र की कटरी में सोमवार रात बाढ़ का प्रकोप और बढ़ गया। हजारों एकड़ फसल जलमग्न हो गई। बाढ़ की चपेट में आए गांवों में मुश्किलें और बढ़ गई हैं। सर्वाधिक परेशानी आवाजाही में हो रही है।

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शहर से मात्र दो किलोमीटर दूर गांव रामपुर ढपरपुर में मंगलवार सुबह लोग जागे तो बाढ़ का पानी घरों तक पहुंच गया था। खेतों में फसलें डूबी हुई थीं। सड़क पर पानी बहकर पश्चिमी ओर खेतों में जा रहा था। मंदिर परिसर में पानी भर गया। ग्रामीणों को दर्शन-पूजन करने पानी में घुसकर जाना पड़ा। गांव कटरी धर्मपुर की प्रधान शहनाज के पति शाहिद अली ने बताया कि खेतों में पानी भरने से गन्ना को छोड़कर अन्य फसलें खराब होना तय है। सर्वाधिक चिता मवेशियों का चारा खराब होने को लेकर है। उन्होंने अधिकारियों को अवगत करा दिया है। अब मदद की आवश्यकता पड़ेगी। पिछले दो दिन से जलस्तर अधिक बढ़ रहा है। लेखपालों को सूची बनाने का निर्देश, पांच नाव लगाईं

गांव पंखियन की मढ़ैया पुलिया पर एक सप्ताह पहले तहसीलदार के निर्देश पर नाव लगाई गई थी। अब बाढ़ का प्रकोप बढ़ जाने से मंगलवार को पंखियन की मढ़ैया पुलिया पर दो, गांव बिलावलपुर पुलिया पर दो व मातादीन की मढ़ैया आने-जाने वालों के लिए एक नाव लगाई गई है। तहसीलदार राजू कुमार ने बताया कि लेखपालों को सूची बनाने का निर्देश दिया गया है, ताकि राहत सामग्री की मांग की जा सके। गांवों में भरा पानी, सड़क पर गुजारा कर रहे ग्रामीण

संवाद सूत्र, शमसाबाद : एक सप्ताह से गंगा में बढ़ रहे जलस्तर से ग्रामीणों की समस्याएं दिनों दिन बढ़ती जा रही हैं। घरों में पानी भर गया है और ग्रामीण सड़क के किनारे पन्नी डालकर डेरा जमा रहे हैं। गांव में जाने के लिए नाव में या पानी में घुसकर जाना पड़ता है। प्रशासन द्वारा कोई भी राहत उपलब्ध नहीं कराई जा रही है।

गांव समैचीपुर चितार में घरों में पानी भर गया है। इसके चलते ग्रामीण सड़क के किनारे पन्नी डालकर रहने रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि छप्पर व झोपड़ियां पानी भरने से गिर गई हैं और घरेलू सामान खराब होने लगा है। प्रशासन द्वारा अभी तक किसी भी प्रकार की राहत नहीं दी गई और न ही कोई समस्याएं पूछने आया। पन्नी भी स्वयं खरीद कर डाल रह रहे हैं। लकड़ी आदि भीग जाने से खाना बनाने में भी समस्या हो रही है। गांव कैलयाई, भगवानपुर, बासखेड़ा, इस्लाम नगर, चौरा, कटरी तौफीक गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। रास्ता पर घुटनों से ऊपर पानी चल रहा है। जिससे लोगों को आवागमन करने में भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। खेतों में पानी भर जाने से फसलें भी नष्ट हो रही हैं तथा मवेशियों के चारा की भी समस्या आ रही है।


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