सड़क पर अधिकारियों से भिड़ा युवक, दारोगा ने नहीं पकड़ा
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद लोकसभा चुनाव को लेकर हो रही जांच में रोडवेज बस स्टेशन पर रखे बो
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : लोकसभा चुनाव को लेकर हो रही जांच में रोडवेज बस स्टेशन पर रखे बोरों का दावेदार न आने पर अधिकारियों ने कोतवाली भेजने को कहा तो साथियों के साथ आया युवक उनसे भिड़ गया। अधिकारियों के कहने के बाद भी दारोगा ने युवक और साथियों को नहीं पकड़ा और दो युवक भाग निकले। बाद में सिपाहियों ने उनके एक साथी एक युवक को पकड़ा और माल सहित थाने लाए। उच्चाधिकारियों से दारोगा का शिकायत की गई है।
एसडीएम अमृतपुर, एएसडीएम व वरिष्ठ कोषाधिकारी के साथ उड़नदस्ते ने रविवार को चेकिग के दौरान वाहनों की डिग्गियां खुलवाकर देखीं। लगेज भी जांचे गए। इसी दौरान अधिकारी रोडवेज बस स्टेशन के अंदर पहुंच गए। वहां चार बड़े पैकेट रखे थे। पूछने पर किसी ने जवाब नहीं दिया। इस पर एएसडीएम ने पुलिस कर्मियों से वाहन मंगवाकर सामान कोतवाली भिजवाने को कहा। इसी बीच मोहल्ला जोगराज निवासी तीन युवक वहां आए। युवकों में से एक ने खुद को कोरियर कंपनी का कर्मचारी बताया। उसने सामान के बिल दिखाने के स्थान पर अधिकारियों से बहस शुरू कर दी।
एक युवक ने अपना मतदाता परिचयपत्र दिखाया, जिसमें नाम-पता शहर का था, जबकि तहसील अमृतपुर लिखी थी। एएसडीएम ने युवकों को हिरासत में लेने का आदेश दिया। इस पर उड़नदस्ते में शामिल दारोगा विनीत कुमार टालमटोल करने लगे। इसी बीच दो युवक मौके से खिसक गए। एएसडीएम ने दारोगा की जमकर क्लास लगाई। एएसडीएम बृजेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि दारोगा के खिलाफ कार्रवाई के लिए डीएम व एसपी को संयुक्त रिपोर्ट भेजी गई है। हिरासत में लिए एक युवक और माल को कोतवाली ले जाया गया। वहां वाणिज्यकर टीम शाम तक माल की सूची तैयार करती रही।
कार की डिग्गी में मिलीं शराब की बोतलें
जांच के दौरान उड़नदस्ते को बस स्टेशन के पास एक कार की डिग्गी में मंहगी शराब की तीन बोतलें मिलीं। कार सवार लोगों ने कहा कि उन्होंने शराब खुद इस्तेमाल की है। पूछताछ के बाद डा.देवेंद्र कुमार ने उन्हें जाने दिया। (इनसेट)
कागजात न दिखाने पर एक लाख रुपये सीज
वरिष्ठ कोषाधिकारी अतुल तिवारी ने बताया कि शनिवार देर रात डॉ.अनुज पांडेय के सचल दल ने रोडवेज बस स्टेशन पर चेकिग के दौरान एक व्यापारी के पास से एक लाख रुपये व साड़ियां बरामद कीं। व्यापारी के बिल दिखाने पर साड़ियां छोड़ दी गईं। बरामद नकदी कोषागार में जमा कराई गई। प्रमाण प्रस्तुत करने पर लौटाई जाएगी। उन्होंने बताया कि आचार संहिता के दौरान 50 हजार रुपये से ज्यादा नकदी वैध अभिलेखों के साथ लेकर ही चल सकते हैं।