बेटी के प्रेमी ने ही की थी सफाई कर्मी की हत्या
पुत्री के प्रेमी अर्जुन और गांव के ही सुरजीत ने सफाई कर्मी और उसकी पतिनी को मारी थीं गोलियां। पुत्री के प्रेमी से सफाई कर्मी का एक सप्ताह पूर्व हुआ था विवाद। संकिसा।
संवाद सूत्र, संकिसा : गांव पुनपालपुर में शनिवार शाम खेत में काम कर रहे सफाई कर्मी को गोलियों से भून दिया गया था। मामले में मृतक के भाई की ओर से दर्ज कराई गई रिपोर्ट में मृतक की पुत्री के प्रेमी व उसके साथियों को नामजद किया गया है। आरोप है कि युवक पूर्व में भी सफाईकर्मी को धमकियां दे चुका था। हमले में घायल और सैफई मेडिकल कॉलेज में इलाज करा रही महिला की हालत अब खतरे से बाहर बताई गई है।
नवाबगंज ब्लॉक के गांव बल्लू बेहटा में सफाई कर्मचारी के पद पर कार्यरत मेरापुर थाना क्षेत्र के गांव पुनपालपुर निवासी 35 वर्षीय हीरालाल वर्मा शनिवार शाम पत्नी झूमा उर्फ किरन के साथ गांव के निकट अपने खेत में गेहूं की फसल सींच रहे थे। उसी समय गांव अर्जुनपुर की ओर से बाइक से आए दो युवकों ने ने तमंचों से दंपती पर ताबड़तोड़ फायरिग कर दी। गोली हीरालाल के सिर पर लगी और उन्होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया। हमले में झूमा देवी भी गंभीर रूप से घायल हो गईं, जिन्हें इलाज के लिए सैंफई मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया।
हीरालाल के छोटे भाई हरिगोविद ने मेरापुर थाने में गांव के ही विश्वनाथ वर्मा के पुत्र अर्जुन और पातीराम वर्मा के पुत्र सुरजीत के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया। हरगोविद ने बताया कि वह और उनके भाई इतवारीलाला भी पड़ोस में अपने खेत में आलू खोद रहे थे। फायरिग की आवाज सुनकर वह लोग दौड़े और हमलावरों को ललकारा तो आरोपितों ने उनपर भी जान से मारने की नियत से फायरिग कर दी, लेकिन वह लोग बाल-बाल बच गए। हरगोविद ने बताया कि एक सप्ताह पूर्व भी उनके भाई हीरालाल ने अर्जुन से पुत्री से संबंध रखने से मना किया था। तब सुरजीत ने हरगोविद को जान से मारने की धमकी दी थी। इसी रंजिश के चलते अर्जुन और इसके मित्र सुरजीत ने भाई की हत्या कर दी और भाभी की भी हत्या का प्रयास किया, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गई। हालांकि सैंफई मेडिकल कॉलेज में इलाज करा रही झूमा देवी की हालत खतरे के बाहर बताई गई है। हत्यारोपितों की तलाश में छापेमारी
सरे शाम हुई हत्या के आरोपितों की तलाश में शनिवार देर रात से शुरू पुलिस की छापे मारी रविवार को भी जारी रही। अपर पुलिस अधीक्षक त्रिभुवन सिंह, सीओ कायमगंज अवनीश कुमार और स्वॉट टीम भी थाने में ने डेरा डाले रही। एसओ राजेंद्र कुमार रावत ने पुलिस बल के साथ आरोपितों के रिश्तेदारी में कई गांवों में ताबड़-तोड़ दबिश दीं। हत्या के बाद से ही आरोपितों के स्वजन घरों में ताला डालकर फरार हो गए। घटना से गांव पुनपालपुर में सन्नाटा पसरा है। मृतक के पुत्र विजय और पुत्री शोभा को पुलिस ने सुरक्षा की ²ष्टि से उनकी चाची के पास छोड़ दिया है।