रामनगरिया मेला में नुकसान की भरपाई में जुटा प्रशासनिक अमला
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : रामनगरिया के उद्घाटन दिवस पर आंधी-पानी से चरमराई व्यवस्थाओ
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : रामनगरिया के उद्घाटन दिवस पर आंधी-पानी से चरमराई व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए बुधवार को भी प्रशासनिक अमला जुटा रहा। सांस्कृतिक पंडाल को फिर से खड़ा करने के लिए कर्मचारी लगे रहे। शौचालयों के उड़े पर्दे दोबारा लगाने का काम धीमा होने से लोग परेशान रहे।
प्रशासनिक शिविर के ठीक सामने कई दिनों की तैयारी के बाद 80 वाई 100 फिट का सांस्कृतिक पंडाल बनाया गया था। उद्घाटन दिवस की रात को पंडाल पूरी तरह धराशायी हो गया। इसे फिर से तैयार किया जा रहा। ठेकेदार के कई कर्मचारी इसके लिए लगे रहे। पंडाल में पहली प्रस्तुति के लिए स्टार म्यूजिक ग्रुप लखनऊ की कलाकार लता ¨सह व रोहिणी के साथ दल की प्रमुख कविता ¨सह मेला क्षेत्र में पहुंचीं। यह कलाकार बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के साथ ही अन्य कई कार्यक्रम की प्रस्तुति देंगे। आंधी-पानी से अधिकांश शौचालयों के पर्दे व पालीथिन उड़ व फट गई थीं। इन्हें बदलने का कार्य तो चल रहा, लेकिन गति धीमी होने से कल्पवासी व संत परेशान हैं। प्रगति की चाह, प्रदर्शनी में पहुंच रहे श्रद्धालु
कल्पवास व मेला दर्शन को आ रहे श्रद्धालु विकास प्रदर्शनी भी पहुंच रहे। मेले में बड़ी संख्या में अन्नदाता कल्पवास कर रहे हैं। वह प्रदर्शनी में पहुंच कर विभिन्न सरकारी योजनाओं व कल्याणकारी कार्यक्रमों की जानकारी ले रहे। विभागीय कर्मचारी उन्हें समझा रहे। समस्याओं को लेकर बिफरे कल्पवासी
मेला में बंधा की पांचवीं सीढ़ी के सामने गंगा गिरि आश्रम में समस्याओं को लेकर कल्पवासी बिफर पड़े। जगरूप, मुन्नी देवी, रघुवीर, शांती देवी, विद्यावती, बिटोली, रामदास आदि ने कहा कि उनके यहां रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। सफाई कर्मी कूड़ा उठाने नहीं आते, इसके कारण कूड़े को बालू के नीचे दबाना पड़ता है। इसी आश्रम में बाबा अमरनाथ बर्फानी का धूना भी है। धूने के पास रह रहे श्रद्धालुओं के यहां भी बिजली की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है।