इंसीनरेटर खरीद गड़बड़ी में आपूर्तिकर्ता सात फर्मे ब्लैक लिस्ट
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद परिषदीय विद्यालयों में सैनेटरी पैड इंसीनरेटर खरीद में गड़बड़
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : परिषदीय विद्यालयों में सैनेटरी पैड इंसीनरेटर खरीद में गड़बड़ी के मामले में जिलाधिकारी के आदेश पर की गई जांच के बाद आपूर्तिकर्ता सात फर्मो को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है। प्रभारी बीडीओ को चेतावनी दी गई है। विगत 27 जुलाई को जागरण में इस संबंध में प्रकाशित समाचार 'थर्मल स्कैनर और आक्सीमीटर के बाद
इंसीनरेटर खरीदे में भी मनमानी' का डीएम ने संज्ञान लेकर जांच के आदेश दिए थे। मुख्य विकास अधिकारी की जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की गई।
कायाकल्प योजना के तहत परिषदीय पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में सैनेटरी पैड इंसीनरेटर लगवाए जाने थे। इंसीनरेटर खरीद में मनमानी के संबंध में जागरण ने प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया। मामले का जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह ने संज्ञान लिया। इसी के बाद भाजपा नेता अशोक कटियार ने कमालगंज ब्लाक में छापा मारकर स्टोर में काफी संख्या में रखे इंसीनरेटर पकड़ लिए थे। जिलाधिकारी के आदेश पर सीडीओ की अध्यक्षता मे गठित समिति से मामले की जांच कराई गई। सीडीओ की रिपोर्ट के आधार डीएम ने आपूर्ति करने वाली सात फर्मों को ब्लैक लिस्ट कर दिया है। इसके अलावा प्रभारी खंड विकास अधिकारी कमालगंज राजेश बघेल का चेतावनी दी गई। सीडीओ डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने बताया कि फर्मों को इंसीनरेटर की आपूर्ति सीधे ग्राम पंचायतों तक पहुंचानी थी, जबकि उन्होंने समस्त आपूर्ति ब्लाक कार्यालय पर पहुंचा दी। अन्य ब्लॉकों में आपूर्ति फर्मों को वापस कर दी गई। ब्लैक लिस्ट की गई सात में से छह फर्में फिरोजाबाद की हैं। जानकारी के अनुसार सभी फर्में एक ही ग्रुप की 'सिस्टर कंसर्न' हैं। यह फर्में की गईं ब्लैक लिस्ट
- मोनिका इंटरनेशनल, फिरोजाबाद।
- राजेंद्र इंटरप्राइजेज, फिरोजाबाद।
- श्री राधे इंटर प्राइजेज, फिरोजाबाद।
- खाटू कांट्रेक्टर एंड सप्लायर, फिरोजाबाद।
- एसआरएस इंटरप्राइजेज, फिरोजाबाद।
- बांके बिहारी इंटरप्राइजेज, फिरोजाबाद।
- परी इंटरनेशनल, छिबरामऊ। ऑक्सीमीटर खरीद में क्लीन चिट
पल्स ऑक्सीमीटर खरीद में गाजीपुर व सुल्तानपुर के डीपीआरओ को निलंबित कर दिए जाने के बाद मंगलवार को सीडीओ ने जनपद में हुई खरीद को क्लीन चिट दे दी। मुख्य विकास अधिकारी ने डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने बताया कि जिस समय शासन से दस दिन में खरीद का आदेश आया था, उस समय पल्स ऑक्सीमीटर व थर्मल स्कैनर के एक सेट की कीमत बाजार में लगभग 4200 रुपये ही थी। उन्होंने खरीद में किसी गड़बड़ी से इनकार किया।