परीक्षा केंद्र बनाने की रफ्तार धीमी, 55 फीसदी डाटा फीड
जिले में माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की ओर से फरवरी माह में होने वाली परीक्षा को लेकर केंद्र बनाए जाने की रफ्तार धीमी गति से चल रही है। विद्यालय फीडिग की तिथि निकल चुकी है लेकिन अभी तक सिर्फ 55 फीसदी इंटर कालेजों ने ही डीआईओएस दफ्तर में फीडिग कराई है। इसके चलते केंद्र निर्धारण करने में देर हो सकती है। डीआईओएस का कहना है कि जल्द ही केंद्रों का निरीक्षण कर रिपोर्ट बोर्ड को भेजी जाएगी।
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : जिले में माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की ओर से फरवरी माह में होने वाली परीक्षा को लेकर केंद्र बनाए जाने की रफ्तार धीमी गति से चल रही है। विद्यालय फीडिग की तिथि निकल चुकी है, लेकिन अभी तक सिर्फ 55 फीसदी इंटर कालेजों ने ही डीआइओएस दफ्तर में फीडिग कराई है। इसके चलते केंद्र निर्धारण करने में देर हो सकती है। डीआइओएस का कहना है कि जल्द ही केंद्रों का निरीक्षण कर रिपोर्ट बोर्ड को भेजी जाएगी।
वर्ष 2019-20 में जिले के 172 इंटर कालेजों में हाईस्कूल के 24915 व इंटरमीडिएट के 19028 छात्र-छात्राओं ने प्रवेश लिया है। फरवरी माह में यूपी बोर्ड परीक्षा होगी। परीक्षा केंद्रों का निर्धारण ऑनलाइन यूपी बोर्ड से ही होता है। इसको लेकर माध्यमिक शिक्षा परिषद ने निर्देश दिए थे कि छह सितंबर तक प्रधानाचार्य बोर्ड की वेबसाइट पर अपने-अपने कालेजों की भौतिक रिपोर्ट अपलोड कर दें। पांच अक्टूबर तक प्रधानाचार्य आपत्ति दर्ज कराएं, जिनका दस अक्टूबर तक निस्तारण कर दिया जाएगा। पर जिले में अभी तक सिर्फ 55 फीसदी प्रधानाचार्यों ने ही अपने-अपने कालेजों की भौतिक रिपोर्ट अपलोड करवाई है। इससे लगता है कि जिले में इस बार परीक्षा केंद्र बनाने में देर लग सकती है। हालांकि प्रधानाचार्यों को दोबारा कालेजों की सूचनाएं अपलोड करने के लिए पत्र भेजे गए हैं। डीआईओएस डॉ. आदर्श त्रिपाठी ने बताया कि परीक्षा केंद्रों के लिए बनी समिति के साथ जल्द ही वह कालेजों की अपलोड सूचना के आधार पर क्रास चेकिग करेंगे, जिसकी रिपोर्ट बोर्ड को भेज दी जाएगी। रिपोर्ट के आधार पर ही बोर्ड परीक्षा केंद्र घोषित करेगा। उन्होंने बताया कि प्रधानाचार्यों को सूचनाएं अपलोड करने के लिए दोबारा पत्र भिजवाए गए हैं।