shameful act : दो दिन की नवजात को बेरहमी से मार शॉल में लपेटकर छोड़ा
मासूम का शव रविवार को दिल्ली से फर्रुखाबाद आई बस में मिला। उसे शॉल से लपेटकर बस की पिछली सीट के नीचे डाल दिया था।
फर्रुखाबाद, जेएनएन। नौ महीने तक गर्भ के अंधेरे में रहने के बाद दो दिन पहले ही तो उसने जीवन की रोशनी देखी थी। उसने तो किसी को मां होने का गौरव दिया, किसी को पिता बनाया।
नन्ही जान का बेटी होना उसके लिए काल बन गया। महज दो दिन की नवजात जिसने अभी ठीक से आंखें भी नहीं खोली थी, दरिंदों ने मुंह व नाक दबाकर जान ले ली। इस मासूम का क्या कसूर था, उसका बेटी होना या बिना ब्याही मां की कोख से जन्म लेना? खोट तो उस मां में था फिर सजा मासूम को क्यों दी गई।
गोल-मटोल मिचमिचाती और मटकती आंखों से दुनिया को पहचाने की कोशिश कर रही थी। थू है.. उन लोगों पर जिन्हें रुई के फाहे सी नर्म बेटी पर प्यार तो दूर तरस भी नहीं आया। महज दो दिन की नवजात को सिर्फ इसलिए मारकर फेंक दिया कि वह बेटी थी। मारने वाले ने बड़ी क्रूरता से नाक-मुंह बंद कर उसे मार दिया। इससे भी जी नहीं भरा तो गला दबाया। मासूम का शव रविवार को दिल्ली से फर्रुखाबाद आई बस में मिला। उसे शॉल से लपेटकर बस की पिछली सीट के नीचे डाल दिया था।
फर्रुखाबाद शहर कोतवाली क्षेत्र में रोडवेज बस स्टेशन पर सुबह फर्रुखाबाद डिपो की बस दिल्ली से आई। सवारियां उतरने के बाद चालक आदेश कुमार व गांव सींगनपुर निवासी परिचालक विपम कुमार ने जब बस को चेक किया तो उनकी नजर तीन यात्रियों वाली पीछे की सीट पर पड़ी। करीब जाकर देखा तो नवजात शरीर नजर आया। कुछ ही देर में ही लोगों की भीड़ लग गई। कर्मचारियों ने शॉल हटाकर देखा तो शव मिला।
पुलिस की सूचना के बाद शव का पोस्टमार्टम डा. सोमेश अग्निहोत्री ने किया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में 36 घंटे पहले बालिका की हत्या मुंह-नाक दबाकर करने की पुष्टि हुई। कादरीगेट चौकी प्रभारी बलराज भाटी ने बताया कि परिचालक की तहरीर पर सूचना अंकित की गई है। जांच के बाद कार्रवाई होगी। परिचालक विपम कुमार ने बताया कि 24 सवारियां एटा से पहले बस से उतरी थीं। उनमें कुछ महिलाएं थी। फर्रुखाबाद आकर 16 सवारियां उतरीं, उनमें कुछ महिलाएं थीं। यह नहीं बताया जा सकता कि बस में चढ़ते समय किसी महिला के पास नवजात शिशु था अथवा नहीं।
मासूम का शव रविवार को दिल्ली से फरुखाबाद आई रोडवेज बस में मिला। उसे शॉल से लपेटकर बस की पिछली सीट के नीचे डाल दिया था। पोस्टमार्टम में नवजात की हत्या की पुष्टि हुई है।
शहर कोतवाली क्षेत्र में रोडवेज बस स्टेशन पर सुबह फरुखाबाद डिपो की बस दिल्ली से आई। सवारियां उतरने के बाद जब चालक आदेश कुमार व थाना मेरापुर के गांव सींगनपुर निवासी परिचालक विपम कुमार ने बस को चेक किया तो उनकी नजर तीन यात्रियों वाली पीछे की सीट के नीचे शॉल पर पड़ी तो नवजात शरीर नजर आया। अन्य रोडवेज कर्मी व यात्रियों की भीड़ लग गई। कर्मचारियों ने शॉल हटाकर देखा तो नवजात का शव मिला। पुलिस को सूचना दी गई। शव का पोस्टमार्टम डॉ. सोमेश अग्निहोत्री ने किया। जिसमें बच्ची की हत्या मुंह व नाकदबाकर किए जाने की पुष्टि हुई है। हत्या करीब 36 घंटे पहले हुई है, यानी हत्या के बाद शव को बस में रखा गया था। कादरीगेट चौकी प्रभारी बलराज भाटी ने बताया कि परिचालक की तहरीर पर सूचना अंकित की गई है। परिचालक विपम कुमार ने बताया कि 24 सवारियां एटा से पहले उतरी थीं। फरुखाबाद आकर 16 सवारियां उतरीं, उनमें भी कुछ महिलाएं थीं। यह नहीं बताया जा सकता कि बस में चढ़ते समय किसी महिला के पास नवजात शिशु था अथवा नहीं।
पहले भी मिल चुके हैं नवजात शिशु के शव
जिले में नवजात शिशु के शव के पहले भी मिल चुके हैं। कायमगंज कोतवाली क्षेत्र के गांव लोहाई वाली गली में विगत छह जनवरी को नवजात शिशु का शव मिला। इसके बाद नौ जनवरी को मोहम्मदाबाद कोतवाली क्षेत्र के गांव कुरेली में, 13 जनवरी को कमालगंज थाना क्षेत्र के गांव शेखपुर गांव में, 26 जून को शमसाबाद थाना क्षेत्र में पुलिया के पास, तीन अगस्त को नवाबगंज थाना क्षेत्र में बांबे में नवजात बच्ची का शव मिला। 30 अगस्त को जिला जेल चौराहे के पास, 22 नवंबर को शहर के सोरो वाली कोठी गंगानगर कालोनी के पास, 27 नवंबर को कंपिल थाना क्षेत्र के पट्टी मदारी के पास शव नवजात शिशु का शव मिला।