रास्ते उबड़-खाबड़, पेयजल की किल्लत, लोग हो रहे परेशान
संवाद सहयोगी, कायमगंज : कायमगंज का इंदिरानगर वार्ड स्वच्छता के मानकों में जिला स्तर पर अव्वल
संवाद सहयोगी, कायमगंज : कायमगंज का इंदिरानगर वार्ड स्वच्छता के मानकों में जिला स्तर पर अव्वल रहने से पुरस्कार के लिए चुना गया। इस वार्ड के नए आबादी क्षेत्र की गलियों में पोल व तार न पहुंचने से बिजली आपूर्ति व कई गलियों में जलापूर्ति की समस्या है। मोहल्ला झील निवासी राजू पाल ने बताया कि पानी की दूसरी बड़ी टंकी भी इसी वार्ड में होने के बावजूद अधिकांश गलियों में पानी का प्रेशर घरों में नहीं पहुंचता। इससे अधिकांश लोगों ने नल के कनेक्शन ही नहीं लिए। लोग खुद की बो¨रग कराकर पानी की व्यवस्था करते हैं। पाइप लाइन के लिए खोदाई किए जाने से गलियां ऊबड़खाबड़ हैं। कई जगहों पर तो सड़क धसकने से वहां गड्ढे जैसे बन गए हैं। नागरिकों का दर्द..
कोतवाली के सामने वाली गली निवासी बसंती देवी पत्नी स्व: रामसेवक ने बताया कि मोमियां वाली झोपड़ी में रह रही हैं। खुद के संसाधनों से घर में इज्जतघर तो बना लिया है। आवास योजना में फार्म भरा, लेकिन अभी आवास नहीं बना।
रेखारानी ने बताया कि उनकी गली में पानी की समस्या है। पहले इस गली में पानी की टंकी से जुड़ा एक सरकारी नल लगा था। जहां पानी भरने के लिए मोहल्ले वालों में झगड़ा होता रहता था। इसलिए करीब दो वर्ष पहले उस नल को हटा दिया गया। तब से सिर्फ एक हैंडपंप के पानी का ही सहारा है। मोहल्ला झील नई कॉलोनी निवासी वीरेंद्र ¨सह ने बताया कि पोल व विद्युत लाइन न होने से उनकी इस कालोनी व कोतवाली के सामने वाली गली के लोगों को बिजली के कनेक्शन नहीं मिल पा रहे। उन्होंने लंबी केबल डालकर पत्नी बीना ¨सह के नाम से कनेक्शन करा लिया था। लेकिन विभाग ने उनका कनेक्शन काट दिया। मोहल्ला झील के ही रोहित कुमार ने बताया कि नई कॉलोनी वाले स्थल पर पहले तालाब था। रेलवे रोड से नाले का पानी उस तालाब में जाता था। अब तालाब की जगह बस्ती बन जाने से नाले का बहाव उल्टा तो किया गया, लेकिन उसका ढलान पर्याप्त न होने के कारण उसमें गंदा पानी भरा रहता है। नई पाइपलाइन से हल होगी जल समस्या
सभासद लक्ष्मी यादव ने बताया कि पानी की समस्या जलनिगम द्वारा बिछाई जा रही नई पाइप लाइन शुरू होने से ठीक हो जाएगी। उनके वार्ड में सफाई व्यवस्था पूरी तरह ठीक है। 14वें वित्त आयोग से पांच गलियों के निर्माण के लिए प्रस्ताव दिए हैं। पीडब्ल्यूडी की तकनीकी टीम ने जांच में दो ऊबड़खाबड़ गलियों को ठीक बताकर अस्वीकृत कर दिया। इसलिए उन्हें मरम्मत कर दुरुस्त कराया जाएगा। पीएम आवास योजना में 6 घर बने हैं, 5 स्वीकृत व 13 प्रस्तावित हैं।