डायरिया की रोकथाम को पिलाई रोटावायरस की दवा
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : डायरिया से बच्चों की होने वाली मौतों पर अंकुश लगाने के लिए बुध
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : डायरिया से बच्चों की होने वाली मौतों पर अंकुश लगाने के लिए बुधवार को जिला महिला अस्पताल में रोटावायरस वैक्सीन की शुरुआत की गई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने डेढ़ माह की बच्ची को रोटावायरस वैक्सीन की पांच बूंदे पिलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की। जनपद की सभी सीएचसी पर रोटावायरस वैक्सीन उपलब्ध करा दी गई है। पहले दिन 90 से अधिक बच्चों को दवा पिलाई गई।
महिला लोहिया अस्पताल में सीएमओ डॉ. अरुण कुमार ने फतेहगढ़ के मोहल्ला नेकपुर चौरासी निवासी गौरव तिवारी की डेढ़ वर्षीय पुत्री शानवी को मंगलवार को रोटावायरस की खुराक पिलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। यहां पर दोपहर तक नौ बच्चों को खुराक पिलाई गई। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. अनुज त्रिपाठी ने बताया की यह वैक्सीन सभी ब्लॉकों में उपलब्ध करा दी गई है। उन्होंने बताया कि टीकाकरण के दौरान बच्चों को रोटावायरस वैक्सीन की पांच बूंदे पिलाई जाएंगी। यह वैक्सीन रोटावायरस से होने वाले गंभीर दस्त से सुरक्षा प्रदान करेगी। बच्चों को रोटावायरस वैक्सीन की पांच बूंदे जन्म के 6, 10 और 14 हफ्ते की आयु पर पिलाई जाएगी। अभी तक रोटावायरस वैक्सीन प्राइवेट अस्पतालों एवं मेडिकल स्टोरों पर महंगे दामों पर मिलती है। इसको देखते हुए सरकार ने निश्शुल्क रूप से नियमित टीकाकरण में शामिल करके वैक्सीन उपलब्ध करा दी है। एएनएम द्वारा टीकाकरण सत्रों के माध्यम से एक वर्ष तक के सभी बच्चों को रोटावायरस की खुराक पिलाई जाएगी। बुधवार को 90 से अधिक बच्चों को दवा पिलाई गई। इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. कैलाश दुल्हानी, यूएनडीपी के कार्यक्रम अधिकारी धनंजय श्रीवास्तव, यूनिसेफ के डीएमसी तारिक, वैक्सीन एंड कोल्ड चैन मैनेजर मानव शर्मा आदि मौजूद रहे।