छतों पर रतजगा, ग्रामीण लाठी लेकर बने पहरेदार
संवाद सूत्र, कंपिल : रुदायन में बुधवार देर रात तीन घरों में हुई डकैती व दो दंपतियों को बंध
संवाद सूत्र, कंपिल : रुदायन में बुधवार देर रात तीन घरों में हुई डकैती व दो दंपतियों को बंधक बनाकर घायल करने के मामले में शक की सुई कच्छा बनियान गिरोह पर है। पुलिस का मानना है कि इस घटना में इस गैंग का हाथ होने से इंकार नहीं किया जा सकता है। वहीं पुलिस के हाथ वारदात के 36 घंटे बाद भी खाली हैं। पुलिस के मुताबिक इस कांड में कच्छा बनियान गिरोह का शक इसलिए है, क्योंकि छह से ज्यादा की संख्या में इसी गैंग के सदस्य डकैती करते हैं। पहले यह गैंग लाठी-डंडा लेकर चलता था, लेकिन अब यह गैंग भी कट्टा और चाकू लेकर वारदात को अंजाम देता है।
घायल अली हसन उर्फ पप्पू के पिता लाल मोहम्मद ने बताया कि बुधवार रात की घटना के कारण गांव में सन्नाटा पसरा है। गांव के लोगों व पीड़ितों के परिजनों ने रात भर छतों और सड़कों पर जागकर रात बिताई। लाल मोहम्मद ने बताया कि इतनी बड़ी वारदात होने के बाद भी पुलिस गांव में नहीं आई और न ही कोई गश्त हुआ। अली हसन की हालत में सुधार है। बहू फातिमा को गुरुवार को सैफई रेफर कर दिया गया। वही उमेश की सास ने बताया अब दामाद और बेटी दोनों की हालत में सुधार है। ग्राम प्रधान बंटू यादव ने अपने साथियों के साथ रात भर जागकर पहरेदारी की। वहीं दूसरे छोर पर फतेह ¨सह ने बताया कि थानाध्यक्ष पुलिस बल के साथ रात 9 बजे के करीब आये थे। काफी समय से गांव में पुलिस गश्त न लगने से ग्रामीणों में खासा रोष है। इनसेट
गश्ती के नाम पर होती खानापूर्ति
अगर 100 नंबर पुलिस की सक्रियता की बात करें तो गश्ती के नाम पर क्षेत्र में इन दिनों सिर्फ खानापूर्ति हो रही है। कहने को तो क्राइम कंट्रोल की दिशा में आला अफसर विशेष रणनीति तैयार करने के दावे कर रहे हैं। जिसमें रोटेशन के तहत रोज आलाधिकारियों को रात में गश्ती का औचक जायजा लेना है, लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं हो रहा। सूत्रों की मानें तो कोई भी 100 नंबर गाड़ी रात की गश्ती का जायजा लेने नहीं निकलती। नतीजा यह है कि गश्ती पर तैनात पुलिस कर्मी मनमर्जी तरीके से काम करते हैं। थानाध्यक्ष महेंद्र कुमार त्रिपाठी ने बताया कि तीन अज्ञात बदमाशों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर दिया गया है। जल्द ही घटना से पर्दाफाश कर दिया जाएगा।