रैली न गोष्ठी, हो गया मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : मानसिक रोगियों को देखते हुए सरकार ने विश्व मानसिक दिवस पर ज
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : मानसिक रोगियों को देखते हुए सरकार ने विश्व मानसिक दिवस पर जागरूकता सप्ताह चलाने का आदेश दिया गया था। ताकि युवा वर्ग को जानकारी हो सके, और वह लोग इस रोग से बच सकें, लेकिन विभाग ने कार्यक्रम कराना उचित नहीं समझा। बगैर गोष्ठी व रैली के विभाग ने जागरूकता अभियान पूरा कर लिया।
केंद्र सरकार ने विश्व मानसिक दिवस के अवसर पर रैली, गोष्ठी व अन्य कार्यक्रम कराने के आदेश दिए थे। जिस पर चिकित्सा स्वास्थ्य महानिदेशक ने आठ अक्टूबर से 14 अक्टूबर तक जागरूकता अभियान चलाने के आदेश सीएमओ को दिए थे। कार्यक्रम को कराने के लिए टारगेटेड इंटरवेशन मद से बजट खर्च करने की व्यवस्था की गई थी। जागरूकता अभियान के अंतर्गत सभी सीएचसी पर गोष्ठी व प्रत्येक ब्लाकों रैली का कार्यक्रम किया जाना था। इन कार्यक्रमों के माध्यम से युवाओं को बताया जाना था कि लोग कैसे मानसिक रोगी बन जाते हैं उन्हें क्या सावधानी बरतनी होगी। जिससे वह लोग इस रोग से बच सकें, लेकिन विभाग ने बगैर रैली व गोष्ठी के जागरूकता अभियान कार्यक्रम पूरा कर लिया। हालांकि विभाग ने लोहिया अस्पताल सभागार में एक गोष्ठी कर खाना पूरी कर ली। इसमें युवाओं को भी बुलाना उचित नहीं समझा गया। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अस्पताल के कर्मियों को ही बुलाकर बैठा लिया गया था। अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. दलवीर ¨सह ने बताया कि रैली के आदेश नहीं थे। गोष्ठी के लिए कहा गया था, जो लोहिया अस्पताल में कराई दी गई।