परीक्षा की शुचिता तार-तार, बिन शिक्षक बच्चों ने दिया पेपर
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : परिषदीय स्कूलों की दुर्दशा के जितना तंत्र जिम्मेदार है, उतने ह
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : परिषदीय स्कूलों की दुर्दशा के जितना तंत्र जिम्मेदार है, उतने ही शिक्षक भी हैं। भ्रष्ट तंत्र और शिक्षकों की मनमानी के कारण नौनिहालों का भविष्य गर्त में जा रहा है। शिक्षकों की मनमानी का आलम यह है कि स्कूलों में अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं शुरू हो चुकी हैं। मगर शिक्षक स्कूल नहीं पहुंच रहे हैं। जहां पहुंच रहे हैं वहां वह अपनी कामचोरी को छिपाने के लिए स्वयं ही प्रश्नपत्र हल कर रहे हैं। यही नहीं निर्देश के बावजूद न सी¨टग प्लान बनाया गया और न ही परीक्षा ड्यूटी रजिस्टर। प्रशासनिक तंत्र यह सब जानते हुए भी चुप्पी साधे हुए है।
एक दिन पहले ही दे दिए गए प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिका
शमसाबाद के उच्च प्राथमिक विद्यालय सुतहड़ी में मंगलवार सुबह 9.40 बजे एक कमरे में 30 बच्चे बैठे थे। विद्यालय में न ही हेड मास्टर मौजूद थे और न ही शिक्षक। मगर बच्चों के पास उत्तर पुस्तिका और प्रश्नपत्र थे। रिपोर्टर के पूछने पर छात्रा ने कहा कि एक पेपर व कापियां मास्टर जी ने कल ही दे दी थी। मास्टरजी ने कहा था कि वह कुछ देर से आ पाएंगे, तुम लोग तब तक लिखना शुरू कर देना। इसी बीच शिक्षक गौरव पाल स्कूल पहुंच गए। उन्होंने कहा कि वह प्रधानाध्यापक व एबीआरसी से कापियां लेकर आ रहे हैं। पेपर कम पड़ गए थे। इसलिए न्याय पंचायत संसाधन केंद्र रोशनाबाद से पेपर भी लेकर आए।
ब्लैक बोर्ड पर लिखे प्रश्न
उच्च प्राथमिक विद्यालय रोशनाबाद का गेट बंद था। गेट खुलने पर एक शिक्षक आठवीं के बच्चों को जमीन पर बैठाकर ब्लैकबोर्ड पर चाक से लिखने में लगे थे। शिक्षक ने बताया कि पेपर कम आने के कारण ब्लैकबोर्ड पर प्रश्न लिखने पड़ रहे हैं। कई विद्यालयों में शिक्षकों ने ही ब्लैकबोर्ड पर प्रश्नोत्तर लिखकर बच्चों को नकल करा दी।
नगर क्षेत्र में 40 फीसद तक छात्र अनुपस्थित
नगर क्षेत्र के कई विद्यालयों की परीक्षा में 40 फीसद तक बच्चों की अनुपस्थिति चल रही है। नगर शिक्षा संसाधन केंद्र के सह समन्वयकों ने स्कूलों का निरीक्षण कर प्रधानाध्यापकों को उपस्थिति बढ़ाने के निर्देश दिए। सह समन्वयक मनीष मिश्रा को प्राथमिक विद्यालय किला में 139 में 50 छात्र गैरहाजिर मिले। प्राथमिक विद्यालय बहादुरपुर में 144 में 48, चीनीग्रान में 120 में 44 छात्र अनुपस्थिति थे। सहसमन्वयक कृपा शंकर को प्राथमिक विद्यालय किला में पंजीकृत 37 में 24 छात्र ही परीक्षा देते मिले। कन्या प्राइमरी भोपतपट्टी में 72 में 21 छात्र गैरहाजिर थे। कमालगंज के एबीआरसी वीरेंद्र ¨सह राजपूत को अधिकांश विद्यालयों में छात्रों का सी¨टग प्लान नहीं मिला। जिन शिक्षकों की परीक्षा में ड्यूटी लगाई गई, उनका कक्षवार विवरण भी उपलब्ध नहीं था।
क्या बोले अफसर
शमसाबाद ब्लाक के सहसमन्वयक मनोज गंगवार ने बताया कि उच्च प्राथमिक विद्यालय सुतहड़ी में सहायक अध्यापक गौरव पाल कभी-कभी विलंब से आते हैं। इससे मंगलवार की परीक्षा में विलंब हुआ। बच्चों को एक दिन पहले पेपर दिए जाने की उन्हें जानकारी नहीं है। खंड शिक्षा अधिकारी बेगीश गोयल ने बताया कि शिक्षक समय पर क्यों नहीं पहुंचे। बिना शिक्षक के विद्यालय कैसे खुला। बच्चों को परीक्षा पुस्तिका व पेपर मिल जाने की जांच करा ली जाएगी।