आवासीय क्षेत्र में नहीं चलेंगे छपाई कारखाने
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : शहर के आबादी वाले क्षेत्र में अब छपाई कारखाने नहीं चल सकेंग
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : शहर के आबादी वाले क्षेत्र में अब छपाई कारखाने नहीं चल सकेंगे। जिलाधिकारी मोनिका रानी ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम से कारखाना संचालन के लिए भवन का स्वीकृत हुआ नक्शा, एनओसी आदि दस्तावेज सहित संपूर्ण रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है। इसके अलावा विद्युत विभाग को इंडस्ट्रियल कनेक्शन होने पर ही सप्लाई चालू करने के निर्देश दिए।
शहर में लगभग 300 कपड़ा छपाई कारखाने संचालित हो रहे हैं। प्रदूषण नियंत्रण टीम के पास 128 कारखाने संचालित होने की ही जानकारी है। सुप्रीम कोर्ट व एक जांच एजेंसी ने भी आबादी क्षेत्र में छपाई कारखाने संचालित न करने के आदेश दिए हैं। इसके बावजूद भी शहर में चोरी छिपे कारखाने चलाए जा रहे हैं। प्रयागराज में चल रहे कुंभ व पांचालघाट पर रामनगरिया के चलते कारखानों को मार्च तक बंद रखने के आदेश दिए गए थे। बुधवार को विकास भवन सभागार में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुई बैठक में सीडीओ अपूर्वा दुबे ने अधिकारियों को टीम बनाकर समय-समय पर क्षेत्र का भ्रमण कर कारखानों के संचालन की जांच के निर्देश दिए। बैठक में मौजूद उद्यमी रोहित गोयल, प्रमोद जैन व चंद्रपाल वर्मा ने बैठक में छपाई उद्यमियों की समस्याएं बताईं। इस पर डीएम ने कहा कि टेक्सटाइल पार्क में ही छपाई कारखाने संचालित होंगे। आबादी वाले क्षेत्र में किसी भी दशा में कारखाने संचालित नहीं होने दिए जाएंगे।