एक लाख रुपये 'हजम', गोशाला में भूख से मर रहे गोवंश
संवाद सूत्र, कमालगंज : सरकार के स्पष्ट निर्देश हैं कि बेसहारा पशुओं के लिए अस्थाई गोशाला
संवाद सूत्र, कमालगंज : सरकार के स्पष्ट निर्देश हैं कि बेसहारा पशुओं के लिए अस्थाई गोशाला खोलकर उसमें पशु बंद किए जाएं और उनके चारे-पानी की व्यवस्था की जाए। इसके लिए बजट भी आवंटित किया गया है, लेकिन यह बजट बंदरबांट हो रहा है और गोशालाओं में पशु भूख से दम तोड़ रहे हैं। रामपुर माझगांव में पिछले पांच दिनों मे पांच गायें दम तोड़ चुकी हैं। अफसरों की मानें तो इस गांव की गोशाला के लिए एक लाख रुपये का बजट आहरित किया जा चुका है।
बेसहारा गोवंश संरक्षण के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर खोली गई गोशाला में अव्यवस्थाओं का आलम यह है ब्लॉक की ग्राम पंचायत रामपुर माझगांव गोशाला में ग्राम पंचायत की पानी की टंकी की चाहरदीवारी में खुले आसमान के नीचे गाय बंद कर दी गई हैं। उनके खाने-पीने का समुचित प्रबंध नहीं है। जिसके चलते पांच दिन में 5 गायों की मौत हो चुकी है तथा कई गोवंश मरणासन्न स्थिति में हैं। ग्रामीणों के अनुसार भूख से तिलमिलाने के बाद गाय आपस में लड़ जाती हैं। टंकी के नलकूप कनेक्शन के लिए टंकी परिसर में विद्युत पोल व ट्रांसफार्मर स्थित है। जिसके कारण भी गायों को जान का खतरा बना रहता है। नलकूप की देखरेख करने वाले रामनरेश तिवारी ने बताया 13 जनवरी को करीब 150 गायें बंद की गई थीं। जिसमें 25 जनवरी को एक, 27 जनवरी को तीन गायें तथा 30 जनवरी को एक गोवंश की मौत हो चुकी है। एक गोवंश मरणासन्न स्थिति में पड़ा हुआ है। तीन दिन से गायों को चारा भी नहीं दिया गया है। प्रधान सूरज पाल के अनुसार बुधवार को भूसे की व्यवस्था की है। दस झाल भूसा गोशाला भिजवाया है तथा शेष भूसा ग्राम पंचायत सचिवालय में रखा है। गोशालाओं की व्यवस्था के लिए किस मद से धन खर्च किया जाए, इसकी कोई गाइड लाइन नहीं दी गई है।
-राजीव श्रीवास्तव, ग्राम पंचायत अधिकारी ग्राम पंचायत रामपुर माझगांव से गोशालाओं की व्यवस्था के लिए करीब एक लाख रुपये खातों से आहरित किया गया है। अव्यवस्थाओं की जांच कराई जाएगी।
- रामजी प्रसाद जायसवाल, खंड विकास अधिकारी