डीएम व एसपी के आश्वासन पर साधुओं ने तोड़ा अनशन
संवाद सूत्र शमसाबाद मंदिर तोड़ने वाले आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर ढाई घाट गंगा तट पर अनशन पर बैठे साधुओं से सोमवार रात जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने मुलाकात की। डीएम व एसपी ने एक सप्ताह में कार्रवाई का आश्वासन दिया। जिस पर साधु मान गए। मंगलवार सुबह दारोगा ने साधु को जूस पिलाकर अनशन समाप्त कराया।
संवाद सूत्र, शमसाबाद : मंदिर तोड़ने वाले आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर ढाई घाट गंगा तट पर अनशन पर बैठे साधुओं से सोमवार रात जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने मुलाकात की। डीएम व एसपी ने एक सप्ताह में कार्रवाई का आश्वासन दिया। जिस पर साधु मान गए। मंगलवार सुबह दारोगा ने साधु को जूस पिलाकर अनशन समाप्त कराया।
ढाई घाट पुल के निकट जमीन पर पेट्रोल पंप बनाने को मंदिर तोड़कर नींव खोदवाई गई थी। बाबा मकसूदन दास ने आरोप लगाया था कि मंदिर को तोड़ दिया गया है व उनकी झोपड़ी हटा दी गई। मंदिर तोड़ने वाले आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई न किए जाने से मकसूदन दास 14 नवंबर से उसी जगह पर झोपड़ी डाल तथा मूर्ति की स्थापना कर अनशन पर बैठ गए थे। 16 नवंबर को उनके दो चेलों ने अर्द्ध समाधि ले ली थी। नायब तहसीलदार, एसडीएम व तहसीलदार भी समझाने पहुंचे लेकिन वह नहीं माने थे। सोमवार रात जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह तथा पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल मिश्रा पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे तथा साधुओं से उनकी समस्याएं पूछी। साधुओं ने मंदिर तोड़ने वाले आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। डीएम व एसपी ने एक सप्ताह का समय दिया कि जांच कर कार्रवाई की जाएगी। जिस पर अर्द्ध समाधि लिए साधु रात में ही उठ गए। मंगलवार की सुबह बाबा मकसूदन दास को थाने में तैनात दारोगा सत्यपाल ने जूस पिलाकर अनशन समाप्त कराया।