देश में न मंदी, न ही बेरोजगारी : संतोष गंगवार
जनपद फर्रुखाबाद और कन्नौज के लिए फतेहगढ़ स्थित प्रधान डाकघर में पासपोर्ट सेवा केंद्र का उद्घाटन करने आए केंद्रीय श्रम एवं सेवायोजन राज्यमंत्री संतोष गंगवार ने शुक्रवार को यहां पत्रकारों से वार्ता के दौरान अपने पुराने बयान को गलत ढंग से प्रस्तुत किए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि देश में योग्यता की नहीं कौशल की कमी है। इसी लिए सरकार ने कौशल विकास कार्यक्रम शुरू किए हैं। उन्होंने मंदी और बेरोजगारी के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि हमने संगठित व असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के पंजीकरण का अभियान चलाया है। विपक्ष आंकड़ों से भ्रम फैला रहा है।
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : मंदी और बेरोजगारी को लेकर केंद्र सरकार पर उठ रहे सवालों के जवाब में केंद्रीय श्रम राज्यमंत्री संतोष गंगवार ने इन आरोपों का खंडन किया। कहा, देश में न मंदी है, न बेरोजगारी। हमने संगठित व असंगठित मजदूरों के पंजीकरण का अभियान चलाया है। अब विपक्ष पंजीकरण में बढ़े आंकड़ों से बेरोजगारी का भ्रम फैला रहा है।
फर्रुखाबाद और कन्नौज के लिए फतेहगढ़ स्थित प्रधान डाकघर में शुक्रवार को पासपोर्ट सेवा केंद्र का उद्घाटन करने आए केंद्रीय श्रम राज्यमंत्री ने पत्रकारों को बताया कि वर्ष 2015-16 में संगठित क्षेत्र के मजदूरों की संख्या छह करोड़ थी। यह अब बढ़कर आठ करोड़ हो गई है। इसी प्रकार असंगठित मजदूरों की संख्या 40 करोड़ से अधिक है। देश में कुल मजदूरों की संख्या 50 करोड़ के आसपास है। इन आंकड़ों के हवाले से तथ्यों को गलत ढंग से प्रस्तुत किया जा रहा है। उन्होंने मजदूरों और व्यापारियों के लिए शुरू की गई भागीदारी पेंशन योजनाओं में भी पंजीकरण बढ़ने की बात कही।
'नौकरी की नहीं, उत्तर भारतीयों में काबिलियत की कमी है..' कभी यह बयान देकर विवाद खड़ा कर चुके केंद्रीय राज्यमंत्री ने इससे मुकरते हुए सफाई दी। बोले, उनके बयान को गलत ढंग से प्रस्तुत किया गया। युवाओं में योग्यता की नहीं कौशल की कमी है। इसीलिए सरकार ने कौशल विकास कार्यक्रम शुरू किए हैं।