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न प्रश्न पत्र न उत्तर पुस्तिका, परीक्षा शुरू

संवाद सहयोगी कायमगंज प्राथमिक स्कूलों की बुधवार से प्रारंभ हुई सत्र परीक्षाओं में परीक्षार्थियों को न प्रश्नपत्र दिए गए न उत्तर पुस्तिकाएं। स्कूलों में ब्लेक बोर्ड पर प्रश्न पत्र लिखे गए। विद्यार्थियों ने अपनी कापी के पेज फाड़कर उत्तरपुस्तिकाएं बनाई उस पर प्रश्नपत्र के उत्तर लिखकर कर परीक्षा दी।

By JagranEdited By: Published: Wed, 18 Sep 2019 10:36 PM (IST)Updated: Thu, 19 Sep 2019 06:24 AM (IST)
न प्रश्न पत्र न उत्तर पुस्तिका, परीक्षा शुरू
न प्रश्न पत्र न उत्तर पुस्तिका, परीक्षा शुरू

संवाद सहयोगी, कायमगंज : प्राथमिक स्कूलों की बुधवार से प्रारंभ हुई सत्र परीक्षाओं में परीक्षार्थियों को न प्रश्नपत्र दिए गए न उत्तर पुस्तिकाएं। स्कूलों में ब्लेक बोर्ड पर प्रश्न पत्र लिखे गए। विद्यार्थियों ने अपनी कापी के पेज फाड़कर उत्तरपुस्तिकाएं बनाई, उस पर प्रश्नपत्र के उत्तर लिखकर कर परीक्षा दी।

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कायमगंज नगर के प्राथमिक विद्यालय मोहल्ला बजरिया रामलाल में कुछ बच्चे मैदान में तो कुछ स्कूल के बरामदे में बैठे थे। बरामदे में दो व मैदान में एक ब्लेक बोर्ड रखा था। इन तीनों ब्लेक बोर्डों पर वहां तैनात एक मात्र शिक्षामित्र श्रीश चंद्र ने कक्षा तीन, चार व पांच के प्रश्नपत्र लिखे थे। इन प्रश्नपत्रों को देखकर विद्यार्थी कापी से फाड़े गए पृष्ठों पर उत्तर लिख रहे। शिक्षामित्र ने बताया कि उनके विद्यालय में पंजीकृत कुल 125 विद्यार्थियों में से आज 98 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए है। कक्षा एक व दो भाषा का प्रश्न पत्र मौखिक रहा। बाकी तीन कक्षाओं के प्रश्नपत्र उन्होंने ब्लेक बोर्ड पर लिखे हैं। उन्होंने बताया कि सत्र परीक्षा में छपे हुए प्रश्नपत्र व उत्तर पुस्तिकाएं नहीं मिली हैं। प्रश्नपत्र का नमूना विभाग से नहीं मिला, विभागीय अधिकारियों के आदेश पर ही उन्होंने अपनी मर्जी से ही प्रश्न पत्र बनाकर ब्लेक बोर्ड पर लिखे हैं। ऐसी ही स्थिति ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में मिली। ग्राम छतरई के प्राथमिक स्कूल में 144 पंजीकृत बच्चों में से 132 मौजूद बताए गए। ग्राम कुआंखेड़ा के स्कूल में कुल पंजीकृत 306 में से 241 बच्चे परीक्षा में सम्मलित बताए गए।

हालांकि बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सत्र परीक्षाओं को सही तरीके से संपन्न कराने व प्रश्न पत्र तैयार कर ब्लेक बोर्ड पर लिखने की जिम्मेदारी विद्यालय के प्रधानाध्यापक पर डाली है, लेकिन सभी विद्यालयों में प्रधानाध्यापक तैनात हैं ही नहीं। कई विद्यालय तो शिक्षक व शिक्षामित्र विहीन हैं। जहां रसोइया व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ही पढ़ाई व परीक्षा कराते हैं। बच्चों की उपस्थिति कम रही

नवाबगंज : विकास खंड के परिषदीय विद्यालयों में शुरू हुई सत्र परीक्षाओं में छात्रों की संख्या में खासी कमी मिली। प्राथमिक विद्यालय केंद्र नवाबगंज में पंजीकृत 221 बच्चों में 185 सत्र परीक्षा में उपस्थित हुए। प्राथमिक विद्यालय सलेमपुर (बरतल) में पंजीकृत 82 में 59 बच्चे ही सत्र परीक्षा देते मिले। प्राथमिक विद्यालय नगला झब्बू सिंह में पंजीकृत 153 में 82 बच्चे, प्राथमिक विद्यालय नया गनीपुर में पंजीकृत 211 बच्चो में 182 बच्चे सत्र परीक्षा में शामिल हुए। प्राथमिक विद्यालयों में सत्र परीक्षा में प्रश्नपत्र विद्यालय में ही बनाए गए। प्रश्नों को हल करने के लिए बच्चो को कापियां उपलब्ध कराई गई। परीक्षा के नाम पर खानापूरी

शमसाबाद : परिषदीय विद्यालयों में शुरू हुई परीक्षा के नाम पर खानापूरी हुई। प्राथमिक विद्यालय कलुआपुर सानी में पंजीकृत 103 छात्रों में 62 छात्र उपस्थित थे। एक कक्ष में छात्र एक दूसरे की देखकर परीक्षा दे रहे थे। अध्यापक बाहर बैठे हुए थे। इंचार्ज प्रधानाध्यापिका रिनी गुप्ता ने बताया हिदी का पेपर कराया जा रहा है। नकल नहीं हो रही है। विद्यालय में शौचालय की व्यवस्था ध्वस्त है। उन लोगों को बाहर शौच के लिए जाना पड़ता है। इस संबंध में कई बार अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है, लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा। प्राथमिक विद्यालय मुबारकपुर में पंजीकृत 88 छात्रों में 65 छात्र उपस्थित थे। प्रधानाध्यापिका प्रसूति अवकाश पर चली गई हैं। शिक्षामित्र अलका, ममता व सरताज खां ने बताया सुबह हिदी का पेपर कराया था। दूसरा पेपर किसका होना है यह जानकारी एनपीआरसी ने नहीं दी। इसलिए दूसरा पेपर अभी नहीं कराया गया है। बच्चे 11.30 बजे एमडीएम खा रहे थे, कुछ बच्चे खेल रहे थे। शिक्षा मित्र ने बताया की गैस सिलिडर खत्म हो गया था। चूल्हे पर खाना बना इसलिए देर हो गई।


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