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एबीआरसी नवीनीकरण की गायब फाइल बीएसए की दराज में मिली

जिला बेसिक शिक्षाधिकारी कार्यालय से गायब चल रही एबीआरसी (ब्लॉक सह समन्वयक) रिन्यूवल की फाइल जिलाधिकारी के एफआईआर दर्ज कराने की चेतावनी के दूसरे दिन ही बीएसए कक्ष में उनकी ही टेबल की दराज में मिल गई। हालांकि अभी भी बीएसए ने फाइल को जिलाधिकारी के समक्ष पेश नहीं किया है। जिस फाइल को लेकर कल तक शिक्षा विभाग के अफसर और कर्मचारी कुछ भी बताने से इनकार कर रहे थे। अचानक फाइल मिलने से उन्होंने चुप्पी साध ली है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 12 Jul 2019 05:18 PM (IST)Updated: Sat, 13 Jul 2019 06:26 AM (IST)
एबीआरसी नवीनीकरण की गायब फाइल बीएसए की दराज में मिली
एबीआरसी नवीनीकरण की गायब फाइल बीएसए की दराज में मिली

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : जिला बेसिक शिक्षाधिकारी दफ्तर से गायब चल रही एबीआरसी (ब्लॉक सह समन्वयक) नवीनीकरण की फाइल डीएम के मुकदमा दर्ज कराने की चेतावनी के दूसरे दिन ही बीएसए की टेबल की दराज में मिल गई। हालांकि अभी भी बीएसए ने फाइल डीएम के समक्ष पेश नहीं की है।

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जिले के सात ब्लॉकों व नगर क्षेत्र फर्रुखाबाद में 40 एबीआरसी तैनात हैं। हर तीन साल बाद नवीनीकरण करने के बाद के बावजूद अभी तक नवीनीकरण नहीं हो सका है। वर्ष 2017 में एबीआरसी नवीनीकरण होने थे, लेकिन साठगांठ के चलते इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। दस जुलाई को डीएम मोनिका रानी ने निरीक्षण के दौरान डीसी प्रशिक्षण राजेश वर्मा से एबीआरसी नवीनीकरण की फाइल के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा था कि जब उन्होंने चार्ज संभाला तो उन्हें नवीनीकरण की फाइल नहीं मिली थी। इस पर डीएम ने एफआइआर दर्ज कराने की चेतावनी देते हुए एबीआरसी नवीनीकरण की फाइल देने के आदेश दिया था। शुक्रवार को जब डीसी प्रशिक्षण से बात की गई तो उन्होंने दो टूक कहा, फाइल उन्हें मिली ही नहीं। इस संबंध में बीएसए ही जानें। डीएम की चेतावनी का असर यह हुआ कि करीब पांच-छह माह से गायब चल रही वह फाइल दूसरे दिन ही बीएसए की मेज की दराज में मिल गई। बीएसए रामसिंह ने बताया कि उनकी टेबल की दराज में आज ही एबीआरसी नवीनीकरण की फाइल मिली है। फाइल देखने के बाद ही डीएम के समक्ष प्रस्तुत की जाएगी। ईक्षा एप से खुली थी एबीआरसी के अनुश्रवण की पोल

शासन ने परिषदीय स्कूलों के अनुश्रवण के लिए ईक्षा एप बनाया है। इसमें एबीआरसी को महीने में पांच स्कूलों का अनुश्रवण करने के बाद आख्या एप पर अपलोड करनी होती है। लेकिन ब्लॉकों के कई एबीआरसी ने न तो स्कूलों का अनुश्रवण किया और न ही एप पर आख्या अपलोड नहीं की। मामले में बेसिक शिक्षा निदेशक ने बीएसए को एबीआरसी पर कार्रवाई का आदेश भी दिया था, लेकिन बीएसए ने कोई भी कार्रवाई नहीं की।


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