Move to Jagran APP

प्रसूता की मौत के मामले में दोबारा होगी जांच

प्रभारी मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. दलवीर सिंह ने कहा कि कायमगंज क्षेत्र के गांव अताईपुर जदीद में प्रसूता की मौत के मामले में इस तथ्य की दोबारा जांच कराई जाएगी कि प्रसव से पूर्व गर्भकाल में महिला के स्वास्थ्य की जांच टीकाकरण व महिला के पौष्टिक खानपान की व्यवस्था हुई थी या नहीं। यदि इस मामले में शिथिलता पाई गई तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

By JagranEdited By: Published: Sat, 15 Feb 2020 06:50 PM (IST)Updated: Sun, 16 Feb 2020 06:10 AM (IST)
प्रसूता की मौत के मामले में दोबारा होगी जांच
प्रसूता की मौत के मामले में दोबारा होगी जांच

संवाद सहयोगी, कायमगंज : प्रभारी मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. दलवीर सिंह ने कहा कि कायमगंज क्षेत्र के गांव अताईपुर जदीद में प्रसूता की मौत के मामले में इस तथ्य की दोबारा जांच कराई जाएगी कि प्रसव से पूर्व गर्भकाल में महिला के स्वास्थ्य की जांच, टीकाकरण व महिला के पौष्टिक खानपान की व्यवस्था हुई थी या नहीं। यदि इस मामले में शिथिलता पाई गई तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

loksabha election banner

गत सप्ताह कायमगंज क्षेत्र में चार दिन के अंदर दो प्रसूताओं की प्रसव के बाद मौत हो गई थी, जिसमें ग्राम अताईपुर निवासी महिला की तो घर में डिलीवरी के बाद सीएचसी लाए जाने के बाद मौत हुई थी। ग्राम औजन नगला की प्रसूता की सीएचसी में डिलीवरी के बाद मौत हुई थी। जागरण ने नौ फरवरी के अंक में इस समाचार को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। प्रारंभिक तौर पर यह तो पता लगा था कि दोनों मामलों में यह स्पष्ट न था कि उक्त प्रसूताओं की प्रसव से पहले देखभाल हुई थी या नहीं, क्योंकि प्रसूता के परिजनों ने ऐसा कोई कागज नहीं दिखाया था। एसीएमओ ने बताया कि इस मामले में फिर जांच कराई जाएगी कि किस परिस्थति में घर पर प्रसव कराया गया, संबंधित आशा उसे सीएचसी क्यों नहीं लाई। उन्होंने बताया कि संस्थागत प्रसव के लिए ही विशेष प्रयास किए जा रहे हैं, जिससे ऐसे खतरे न हों। उन्होंने संबंधित स्वास्थ्य कर्मचारियों को कड़ी हिदायत दी कि प्रसव पूर्व गर्भावस्था के दौरान पूरी गंभीरता से देखभाल हो। क्योंकि इस देखभाल से आगे खतरा नहीं रहता। यदि इस बारे में शिथिलता पाई गई तो संबंधित पर कार्रवाई होगी। एसीएमओ ने उन मामलों की पड़ताल की, जिसमें प्रसूताओं को प्रसव के बाद मातृत्व लाभ की धनराशि नहीं मिली। शमसाबाद क्षेत्र के प्रकाश में आए तीन मामले जिनका प्रसव कायमगंज सीएचसी में बताया गया था, जांच में पाया गया कि एक डिलीवरी तो कायमगंज में नहीं हुई। दो मामलों में बताया कि उन महिलाओं का बैंक एकाउंट ब्लाक था। उसमें धन नहीं पहुंच रहा था। जांच के दौरान चिकित्साधिकारी डॉ. शिवप्रकाश, विनय मिश्रा, अनूप सैनी, अखिलेश कुमार, कंचन बाला, बीनू सहित अन्य कर्मी मौजूद रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.