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खटारा बसें देख रोडवेज के नोडल अधिकारी हुए नाराज

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : उत्तर प्रदेश परिवहन निगम मुख्यालय के महाप्रबंधक स्टोर व नोडल अ

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Feb 2019 10:32 PM (IST)Updated: Mon, 18 Feb 2019 10:32 PM (IST)
खटारा बसें देख रोडवेज के नोडल अधिकारी हुए नाराज
खटारा बसें देख रोडवेज के नोडल अधिकारी हुए नाराज

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : उत्तर प्रदेश परिवहन निगम मुख्यालय के महाप्रबंधक स्टोर व नोडल अधिकारी श्यामबाबू ने अफसरों के साथ सोमवार को वर्कशाप व निर्माणाधीन रोडवेज बस स्टेशन का निरीक्षण किया। वर्कशॉप में सड़क पर चलने को तैयार खटारा बसें देखकर नोडल अधिकारी नाराज हो गए। उन्होंने कंडम बसों को मरम्मत के लिए न भेजे जाने पर जवाब मांगा।

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नोडल अधिकारी श्यामबाबू ने रीजनल मैनेजर इटावा एके झा, सेवा प्रबंधक इटावा सुरेंद्र कुमार व अन्य अधिकारियों के साथ यहां आकर फतेहगढ़ स्थित वर्कशॉप व एआरएम कार्यालय का निरीक्षण किया। तभी उनकी नजर सड़क पर चलने के लिए रवाना हो रही दो खटारा बसों पर पड़ी। दोनों बसों की बाडी टूटी हुई थी, शीशे भी निकले हुए थे। यह देखकर नोडल अधिकारी ने एआरएम बीके गंगवार से कहा, बसों की हालत बहुत खराब है। इन्हें मरम्मत के लिए क्यों नहीं भेजा गया। इस पर एआरएम ने उन्हें बताया कि बसें छह लाख किलोमीटर ही चल पाई हैं। इस कारण इनकी मरम्मत इटावा में नहीं हो सकती। इन्हें कानपुर भेजना होगा। नोडल अधिकारी ने खटारा बसों को तत्काल कानपुर वर्कशाप में भेजने का निर्देश दिया। फर्रुखाबाद बस स्टेशन के निर्माण कार्य का निरीक्षण कर पेशाबघर में हाथ धोने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। अवर अभियंता राघवेंद्र दीक्षित ने उन्हें बताया कि नियमानुसार काम पूरा करा दिया है। छोटी-मोटी कमियां होंगी तो उन्हें दूर कराया जाएगा। निर्माण कार्य अब अंतिम दौर में है।

31 मार्च तक ही चलेगा सुलभ शौचालय

रोडवेज बस स्टेशन परिसर में नेडा की ओर से बने सुलभ शौचालय का संचालन 31 मार्च तक ही हो सकेगा। इसके बाद उसकी अवधि समाप्त हो जाएगी और उसे तोड़ दिया जाएगा। सेवा प्रबंधक ने निर्माण एजेंसी के जेई से कहा, शौचालय वाली भूमि पर अन्य किसी चीज का निर्माण करा दिया जाए। इस पर जेई ने हाथ खड़े कर दिए।

दुकानें तोड़ने के मुद्दे पर साधी चुप्पी

नोडल अधिकारी ने स्थानीय निगम अधिकारियों से कहा कि गेट के बगल में चारदीवारी क्यों नहीं बनाई गई। इस पर उन्हें बताया गया कि दुकानें बनी होने से चारदीवारी नहीं बनाई गई है। दुकानें तोड़ने के संबंध में पूछे जाने पर नोडल अधिकारी चुप्पी साध गए। उन्होंने यात्रियों को बैठने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। पंखे चलाने को मांगा कर्मचारी

रोडवेज इटावा के सेवा प्रबंधक सुरेंद्र कुमार ने नोडल अधिकारी को बताया कि भवन में पंखे तो लग गए हैं, लेकिन उनकी देखरेख करने के लिए एक कर्मचारी की आवश्यकता है। यात्री पंखे चला देते हैं, लेकिन बंद नहीं करते।


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