कसौटी पर क्षेत्राधिकारी, खराब प्रदर्शन मिला तो जाएगी नौकरी
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प्रशांत द्विवेदी, फर्रुखाबाद
पुलिस महकमे में अब क्षेत्राधिकारी (सीओ) भी कसौटी पर होंगे। अभी तक कोई चूक होने पर थानेदार पर ठीकरा फोड़ने वाले सीओ जवाबदेह बनाए जाएंगे। उनके कार्यो की ग्रेडिंग होगी और अंकों के आधार पर रिपोर्ट कार्ड बनेगा। खराब प्रदर्शन पर उनकी नौकरी भी जा सकती है। खासतौर पर 50 वर्ष से ऊपर वाले सीओ रडार पर होंगे। हालांकि, रिपोर्ट कार्ड बेहतर होने पर पुरस्कार भी मिलेगा।
पुलिस महानिरीक्षक ने पारदर्शी मूल्याकंन के लिए क्षेत्राधिकारियों के कार्याें की प्रतिमाह ग्रेडिग कराने की व्यवस्था की है। इसी प्रकार कोतवाली व थाना प्रभारी की भी ग्रेडिग किए जाने की रूपरेखा तैयार की जा रही है। ऐसे में सीओ और थानेदार काम के प्रति लापरवाही नहीं कर सकेंगे। उनकी जवाबदेही के साथ शिकायतों के निस्तारण में लिया गया समय भी आंका जाएगा। विवेचना निस्तारण, आरोपितों की गिरफ्तारी, थानों का निरीक्षण, जनता में व्यवहार, पैदल गश्त, एंटी रोमियो पर कार्रवाई, सराहनीय कार्य, यातायात व्यवस्था आदि कार्याें के लिए अंक की व्यवस्था की गई है। किसी में 10 तो किसी में पांच अंक निर्धारित किए गए हैं। अगर सीओ का प्रदर्शन खराब रहेगा तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जिनकी उम्र 50 वर्ष से अधिक होगी और रिपोर्ट कार्ड भी खराब होगा तो उन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी जाएगी।
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ये हैं मापदंड
उत्कृष्ट कार्य - 100 में 80 अंक
उत्तम कार्य - 70 से 79
अच्छा कार्य - 60 से 69
संतोषजनक - 50 से 59
खराब - 50 से कम अंक तो नौकरी पर खतरा
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''पुलिस महानिरीक्षक ने क्षेत्राधिकारियों के कार्यो का मापदंड तय किया है। अच्छे अंक लाने पर पुरस्कृत और खराब प्रदर्शन करने पर कार्रवाई की जाएगी। शीघ्र ही यह व्यवस्था लागू कर दी जाएगी।''
- डा. अनिल मिश्रा पुलिस अधीक्षक।