थानेदारों को क्लीन चिट देने पर एएसपी को दी गई जांच
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद थानों व कोतवाली से चरित्र सत्यापन जारी करने के मामले में सीओ सि
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : थानों व कोतवाली से चरित्र सत्यापन जारी करने के मामले में सीओ सिटी मन्नीलाल गौड़ को जांच दी गई थी। उन्होंने छह थानेदारों को क्लीनचिट देकर मात्र एक दारोगा को दोषी माना। सीओ की जांच रिपोर्ट गले न उतरने पर पुलिस अधीक्षक ने अब मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक को दी है।
चरित्र प्रमाण जारी करने का अधिकार पुलिस अधीक्षक को है, इसके बावजूद धड्ल्ले से थाने व कोतवाली से चरित्र प्रमाण जारी कर दिए गए। दारोगाओं ने अपनी मोहर भी लगा दी। उप परिवहन आयुक्त परिक्षेत्र कानपुर देवेंद्र कुमार त्रिपाठी ने स्कूली बसों के परमिट देने से पहले चालकों के चरित्र प्रमाण पत्रों का सत्यापन कराने के लिए पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखा था। सत्यापन के दौरान अधिकांश चरित्र प्रमाण फर्जी पाए गए। अधिकांश चरित्र प्रमाण पत्र थाने व कोतवाली से जारी कर दिए गए। इस मामले में सीओ सिटी मन्नीलाल गौड़ को जांच दी गई। सीओ सिटी ने अपनी जांच में कायमगंज कोतवाली में तैनात एक दारोगा को दोषी माना। जब कि फतेहगढ़, फर्रुखाबाद आदि थाने व कोतवाली की मोहर और छह दारोगाओं के हस्ताक्षर पाए गए थे, लेकिन उन्हें क्लीन चिट दे दी गई। अब पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार मिश्रा ने अपर पुलिस अधीक्षक अजय प्रताप को जांच दी है। इन लोगों ने बनवाए थे फर्जी चरित्र प्रमाण पत्र
फतेहगढ़ कोतवाली के मोहल्ला तलैया लेन निवासी पिता-पुत्र ने फर्जी चरित्र प्रमाण पत्र बनवा लिया। हालांकि उनके पुत्र की मौत हो चुकी है। कायमगंज कोतवाली क्षेत्र के शिवरई व अलादादपुर निवासी दो लोगों ने कायमगंज कोतवाली, मोहम्मदाबाद कोतवाली क्षेत्र के गांव पट्टी खुर्द जैतपुर निवासी और शहर के मोहल्ला महावीरगंज निवासी दो लोगों ने फर्रुखाबाद कोतवाली से चरित्र प्रमाण पत्र जारी कराए।