लेखपाल की पुत्री का गर्भपात करने वाली चिकित्सक से पूछताछ
अपनी सगी बेटी से दुष्कर्म के मामले में जेल भेजे गए लेखपाल की नई करतूत सामने आई है। पांच वर्ष पूर्व लेखपाल की पुत्री को दूसरे नाम पते से भर्ती कराकर नर्सिंग होम में गर्भपात कराया गया था। जांच में जब मामला सामने आया तो पुलिस ने नर्सिंग होम संचालक से पूछताछ की। गर्भपात करने पर चिकित्सक को भी आरोपित बनाए जाने की संभावना जताई जा रही है।
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : अपनी सगी बेटी से दुष्कर्म के मामले में जेल भेजे गए लेखपाल की नई करतूत सामने आई है। पांच वर्ष पहले उसकी बेटी को गर्भ ठहर गया था। इस पर लेखपाल ने अपनी मां के साथ मिलकर पुत्री को दूसरे नाम पते से भर्ती कराकर नर्सिंग होम में गर्भपात कराया गया था। जांच में जब मामला सामने आया तो पुलिस ने नर्सिंग होम संचालक से पूछताछ की। गर्भपात करने पर चिकित्सक को भी आरोपित बनाए जाने की संभावना जताई जा रही है।
फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र की एक महिला ने अपने पति लेखपाल के खिलाफ पुत्री से दुष्कर्म किए जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस आरोपित लेखपाल, उसके साथी दवा व्यापारी मनोज शाक्य समेत चार को जेल भेज चुकी है। जब पुलिस को गर्भपात की जानकारी हुई तो कोतवाली पुलिस ने आवास विकास कालोनी के एक नर्सिंग होम में पहुंचकर संचालक चिकित्सक से पूछताछ की। बताया गया कि लेखपाल की पुत्री को एक अक्टूबर 2015 को उसकी दादी नर्सिंग होम लेकर पहुंची थी। वहां पर किशोरी को दूसरे नाम पते से पेट दर्द की शिकायत पर भर्ती कराया गया था। जांच में किशोरी छह माह की गर्भवती पाई गई थी। वहां पर किशोरी का गर्भपात किया गया। हालांकि चिकित्सक ने पुलिस को बताया कि किशोरी को प्रीमेच्योर डिलीवरी हुई थी। किशोरी ने मृत पुत्र को जन्म दिया था। इस जांच के बाद अवैध तरीके से गर्भपात कराने को लेकर चिकित्सक की मुश्किलें भी बढ़ सकती हैं। हालांकि प्रभारी निरीक्षक जसवंत सिंह बताया कि गहनता से मामले की जांच की जा रही है। तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। षड़यंत्र के तहत होगी बाबा दादी के खिलाफ कार्रवाई
पीड़िता के बयान के आधार पर आरोपित लेखपाल के माता-पिता और उसकी दूसरी पत्नी को भी आरोपित बनाया गया है। पुलिस इन लोगों के खिलाफ षडयंत्र रचने के मामले में कार्रवाई करेगी। फरार आरोपितों की होगी संपत्ति कुर्क
आरोपितों की गिरफ्तारी न होने पर अब पुलिस मोहल्ला नगला दीना सैनिक कालोनी निवासी पैथालॉजी संचालक रत्नेश तिवारी उर्फ सोनू, सिकत्तरबाग के मूल निवासी और द्वारिका टावर, सेक्टर 5 जागृति बिहार, मेरठ के हाल निवासी दवा व्यापारी विष्णुशरन रस्तोगी, विकास नगर बढ़पुर निवासी लेखपाल विमल कुमार जाटव की संपत्ति कुर्क करेगी। जब कि अभी तक मनोज और किशोरी के बाबा के नाम प्रकाश में नहीं आ सके हैं।