फर्रुखाबाद में महिलाओं की आवाज बनकर सैनिक ने वापस कराए पैसे
फर्रुखाबाद में रोडवेज विभाग के एक परिचालक ने महिलाओं के पैसे हड़पने का प्रयास किया। महिलाओं की परेशानी देख यहां मौजूद एक सैनिक ने महिलाओं की आवाज अधिकारियों तक पहुंचाई। सैनिक की बात सुन अधिकारी ने परिचालक को बुलाकर महिलाओं के उनके टिकट के बाकी बचे पैसे वापस कराए।
फर्रुखाबाद, जेएनएन : टिकट पर लिखे रुपये परिचालक ने नहीं लौटाए और फतेहगढ़ वर्कशॉप चला गया। परेशान महिलाओं ने चालक से फरियाद की तो उन्होंने हाथ खड़े कर दिए। इस पर महिलाओं ने हंगामा शुरू कर दिया। एक सैनिक ने महिलाओं को ले जाकर बस स्टेशन प्रभारी से शिकायत की। इसके बाद परिचालक की क्लास लगाकर फतेहगढ़ से बुलाया गया और रुपये वापस कराए।
जनपद शाहजहांपुर थाना कांठ के गांव विक्रमपुर निवासी नंदराम की पुत्री निहारिका, दादी संतोष कुमारी व बुआ सोनाली के साथ जनपद एटा के अलीगंज से फर्रुखाबाद डिपो की बस में बैठीं। बस स्टेशन पर परिचालक आनंद उतरकर फतेहगढ़ वर्कशाप चले गए। निहारिका की टिकट पर 436 रुपये लिखे हुए थे जो परिचालक ने वापस नहीं किए। निहारिका अपनी दादी व बुआ के साथ बस चालक के पास गईं तो उन्होंने रुपये देने में असमर्थता जताई। महिलाओं ने कहा कि उन्हें कांठ जाना है। रात होने पर वह लेट हो जाएंगी।
किसी ने नहीं सुनी तो महिलाओं ने हंगामा शुरू कर दिया। इससे मौके पर भीड़ लग गई। एक सैनिक महिलाओं को बस स्टेशन प्रभारी के पास ले गया। महिलाओं ने वहां भी तेज आवाज में हंगामा किया। बस स्टेशन प्रभारी ने फोन कर परिचालक को वापस बुलाया। यात्रियों के रुपये लौटाए बिना चले जाने पर नाराजगी जताई। परिचालक ने कहा कि उन्होंने बस में ही आवाज लगाई थी, कुछ यात्रियों ने टिकट दिखा रुपये वापस ले लिए थे। स्टेशन प्रभारी ज्ञान प्रकाश पाठक ने बताया कि गलतफहमी में रुपये वापस नहीं हो पाए थे। परिचालक को बुलवाकर रुपये वापस दिला दिए गए।