भाग्यशाली रहे तो शहर में वरना रहना पड़ेगा बाहर
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : प्रधानमंत्री आवासीय भागीदारी योजना के तहत शहर में आवास पाने के
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद :
प्रधानमंत्री आवासीय भागीदारी योजना के तहत शहर में आवास पाने के लिए आपका भाग्यशाली होना जरूरी है। कारण, एक साथ तिर्वा में 300 आवास की बनने वाली कॉलोनी अब दो भागों में बनेगी। 196 आवास तिर्वा में जबकि बाकी 104 आवास शहर से बाहर पांचालघाट में। इससे पहले शहर के बाहर बनी कांशीराम कालोनी का अनुभव लोगों का अच्छा नहीं रहा है।
प्रधानमंत्री आवास भागीदारी योजना के तहत नगरीय विकास अभिकरण डूडा ने 300 आवास की कॉलोनी के निर्माण के लिए फतेहगढ़ की तिर्वा कॉलोनी में चयनित की थी। डूडा के अधिकारियों ने तिर्वा कॉलोनी स्थित पीडब्ल्यूडी के ट्रांजिट हॉस्टल पर बनाने का निर्णय लिया है। यह भूमि कॉलोनी के नाम राजस्व रिकार्ड में दर्ज भी हो गई है। भूमि कम होने से यहां महज 196 आवास ही बन पाएंगे। बाकी 104 आवास के लिए शहर में दूसरी जगह भूमि ढूंढे नहीं मिल रही है। इस वजह से अब शहर से दूर पांचालघाट पर भूमि की तलाश शुरू की गई है। योजना के तहत लाभार्थियों का आवास के लिए चुनाव लॉटरी सिस्टम द्वारा किया जाएगा। तिर्वा कॉलोनी में आवास खत्म होने के बाद शहर से बाहर बनने वाली कॉलोनी में आवास दिए जाएंगे। लाभार्थियों को आवास के लिए दो लाख रुपये भी देने होंगे। जोकि 3500 रुपये प्रतिमाह की किस्त में दिए जा सकेंगे। शहर से दूर कांशीराम कालोनी का अच्छा नहीं अनुभव
कांशीराम कालोनी का निर्माण भी शहर से दूर कराया गया था। जिसको लेकर नागरिकों का अच्छा अनुभव नहीं रहा। कांशीराम कॉलोनी तक रात में आने-जाने में लोगों को असुविधा होती है। प्रधानमंत्री आवास की कालोनी भी यदि पांचालघाट पर बनायी गई तो वह शहर से काफी दूर होगी। परिषद के अधिकारियों ने किया निरीक्षण
परियोजना अधिकारी डूडा जयविजय ¨सह ने बताया कि पांचालघाट पर 104 आवास के लिए भूमि देख ली गई है। तिर्वा कॉलोनी में बुधवार को आवास विकास परिषद कानपुर के अधिकारियों ने निरीक्षण कर लिया है। जल्द शुरू होगा गरीबों की कॉलोनी का निर्माण
कम लागत योजना के तहत नौ वर्ष से फतेहगढ़ के मोहल्ला पुलमंडी नवदिया में अधूरी पड़ी आवासीय कॉलोनी का निर्माण पुन: शुरू होने की उम्मीद जगी है। परियोजना अधिकारी डूडा ने बताया कि संबंधित ठेकेदार को चेतावनी दे दी गई थी। बुधवार को ईंट मंगवाई गई है। अधूरी कालोनी का निर्माण शीघ्र पूरा कराया जाएगा।