गरीबों से रुपये लेकर बट रहा 'सौभाग्य', अफसरों ने किया इंकार
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी सौभाग्य योजना के तहत गरीबों के घर-घ्
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी सौभाग्य योजना के तहत गरीबों के घर-घर मुफ्त बिजली पहुंचाने के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं। इसके लिए फर्मों से महंगी दरों पर अनुबंध भी किए गए, लेकिन गरीबों से बिना रुपये लिए 'सौभाग्य' नहीं बांटा जा रहा। शिकायत के बाद भी अफसर वसूली की बात मानने को तैयार नहीं है।
ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले हर गरीब का घर बिजली से रोशन हो। इसके लिए सरकार सौभाग्य योजना के तहत गरीबों को मुफ्त में बिजली कनेक्शन उपलब्ध करा रही है। जबकि ठेकेदार के कर्मचारी वसूली से बाज नहीं आ रहे। कायमगंज क्षेत्र के गांव ज्योना निवासी ग्रामीणों ने अधीक्षण अभियंता से शिकायत की कि उनके गांव में कंपनी के कर्मचारियों ने बिजली कनेक्शन किए। 200 रुपये प्रति कनेक्शन के हिसाब से लेकर उन्हें मीटर, बल्ब, स्विच बोर्ड आदि थमा दी। उन लोगों ने स्वयं ही बोर्ड आदि लगवाकर लाइनमैन से कनेक्शन जुड़वाए। ग्रामीणों ने कंपनी के खिलाफ जांच कराकर कार्रवाई की मांग की। अधीक्षण अभियंता एसके मिश्रा ने अधिशासी अभियंता कायमगंज को जांच के आदेश दिए। प्रार्थनापत्र पर अधिशासी अभियंता ने विद्युतीकरण कर रही कार्यदायी संस्था आरके को गांव में फुंका ट्रांसफार्मर तत्काल बदलवाने के आदेश कर दिए। हालांकि कनेक्शन में वसूली का कोई संज्ञान नहीं लिया गया। क्या कहते हैं जिम्मेदार
अधिशासी अभियंता कायमगंज जीएस कशेरवाल ने बताया कि शिकायत में रुपये लेने वाले किसी कर्मचारी का नाम नहीं खोला गया। इस संबंध में उन्होंने फर्म आरकेआई के प्रदीप ¨सह से पूछताछ की। उन्हें बताया गया कि शिकायत झूठी है। शिकायतकर्ता रुपये मांगने व लेने वालों के नाम लिखकर प्रार्थनापत्र दें, कार्रवाई की जाएगी।