कमालगंज में जमीन पर कब्जे को लेकर दिनदहाड़े फायरिग
19 साल पहले खरीदी गई जमीन पर दबंगई की दम पर कब्जा करने को लेकर नाजायज असलहों से फायरिग कर जमकर ईंट पत्थर चलाए गए। जिससे पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने एक पक्ष से सात तथा दूसरे पक्ष से एक को हिरासत में लिया।
संवाद सूत्र, कमालगंज : 19 साल पहले खरीदी गई जमीन पर दबंगई की दम पर कब्जा करने को लेकर नाजायज असलहों से फायरिग कर जमकर ईंट पत्थर चले। जिससे पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने पांच लोगों का शांति भंग में चालान किया।
कस्बे की सीमा पर स्थित इंदिरा नगर मोहल्ले में स्थित प्लाट पर कब्जे को लेकर सुबह भोला नगला व उमराव नगला के करीब 50 से अधिक लोग हाथों में लाठी-डंडे, हाकी व नाजायज असलहे लेकर पहुंचे। इन लोगों ने विवादित जमीन पर नींव भरने का काम शुरू किया। तभी कस्बे के मोहल्ला लोहिया नगर निवासी लोगों ने आकर विरोध किया। जिस पर दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गई। फायरिग कर ईंट पत्थर चलाए गए। जिससे मोहल्ले में भगदड़ मच गई। लोगों ने अपने घरों के दरवाजे बंद कर लिए। थानाध्यक्ष अजय नारायण सिंह ने एक पक्ष से फूल सिंह, बदन सिंह, मानसिंह, मनोहर, सिटू, अमित व अंकुश तथा दूसरे पक्ष से अनुराग उर्फ पिटू को हिरासत में लिया।
लोहिया नगर निवासी बदन सिंह ने भोला नगला निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक कन्हई सिंह, राजू, उमराव नगला निवासी बब्बू, रामभजन, रामकुमार, योगेश, बादाम सिंह व मनोज के खिलाफ तहरीर दी कि आरोपित उनकी जमीन पर कब्जा कर रहे थे। मना करने पर लाठी-डंडों व ईंट पत्थर से पीटकर उन्हें व परिवार के ही फूल सिंह, आनंद, राजेश्वरी व राखी को घायल कर दिया। आरोपितों ने नाजायज असलहों से फायरिग भी की। बदन सिंह ने बताया इंदिरा नगर मोहल्ले में 72 डिसमिल जमीन थी। जिसमें तीन साझेदार किन्नर देवी, गिरधारी लाल व सुंदर लाल थे। किन्नर देवी की पुत्री विमला देवी ने सन् 1981 अपना हिस्सा भोला नगला निवासी अमरसिंह व अहिबरन सिंह को बेंच दिया था। वर्ष 2001 में सेवानिवृत्त शिक्षक कन्हई सिंह ने अमर सिंह व अहिबरन सिंह से जमीन लिखा ली थी। 72 डिसमिल जमीन पर सभी के मकान बन गए हैं। एक प्लाट उनके हिस्से का शेष है, जिस पर उनके मवेशी बांधे जाते हैं। कन्हई सिंह अपना बताकर उस पर कब्जा करना चाहते हैं। इससे पूर्व भी कई बार विवाद हो चुका है। थानाध्यक्ष अजय नारायण सिंह ने बताया जमीन को लेकर दो पक्षों में मारपीट हुई है। दोनों पक्षों से चार लोगों का शांतिभंग में चालान किया गया है। मामले की जांच की जा रही है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पुलिस की भूमिका दिखी संदिग्ध
कमालगंज : जमीन पर कब्जे को लेकर फायरिग की सूचना के बावजूद थाना पुलिस ने पहले तो शिकायतकर्ता को टहला दिया। जब लगातार कई लोग शिकायत करने आए तो पुलिस ने सभी को बैठा लिया और बाद में पुलिस मौके पर पहुंची। यहां दबंग पुलिस के सामने तमंचे लहराते हुए आसपास घरों में दुबक गए, लेकिन पुलिस ने उन्हें पकड़ना उचित नहीं समझा। मौके पर हुए 13 फायर, घटनास्थल पर मिले खोखे
कमालगंज : जमीन पर कब्जा करने गए रिटायर शिक्षक के दबंग पुत्र के साथ भोला नगला गांव के करीब आधा सैकड़ा लोग मौके पर तमंचा, लाठी, हाकी लेकर आए और जमकर फायरिग की। ग्रामीणों के अनुसार करीब 13 फायर हुए। पुलिस को मौके पर 315 बोर के दो खोखे मिले। हिरासत में लेने के बाद भी हुआ निर्माण
कमालगंज : ताज्जुब की बात तो यह है पुलिस ने एक पक्ष के सात लोगों को तथा कब्जा करने वालों की ओर से एक लोग को हिरासत में ले लिया। घटना बाद एक पक्ष निर्माण कार्य कराता रहा। प्लाट पर काम होने के बाद पुलिस ने एक पक्ष से बैठे घायलों व नाबालिगों को छोड़ दिया।