विवाद से दूर बुद्ध की वंदना में तल्लीन रहे विदेशी मेहमान
बौद्ध तीर्थस्थल संकिसा में दूसरे दिन रविवार को भी विदेशी मेहमानों का जमावड़ा रहा। खास बात यह थी कि धार्मिक स्थल (स्तूप) पर जिस समय बौद्ध व सनातनधर्मियों में तनातनी चल रही थी उस दौरान कई देशों के श्रद्धालु पूजा-अर्चना में तल्लीन थे। उन्हें विवाद से कोई लेनादेना नहीं था।
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : बौद्ध तीर्थस्थल संकिसा में दूसरे दिन रविवार को भी विदेशी मेहमानों का जमावड़ा रहा। खास बात यह थी कि धार्मिक स्थल (स्तूप) पर जिस समय बौद्ध व सनातनधर्मियों में तनातनी चल रही थी, उस दौरान कई देशों के श्रद्धालु पूजा-अर्चना में तल्लीन थे। उन्हें विवाद से कोई लेनादेना नहीं था।
धार्मिक स्थल परिसर में स्थित बुद्ध मंदिर में जापान के श्रद्धालुओं का दल तीन भंतों की अगुवाई में परित्राण पाठ व अन्य धार्मिक पूजा अनुष्ठानों में व्यस्त रहा। जबकि स्तूप के नीचे कंबोडिया के श्रद्धालुओं का दल पूजा-अर्चना कर रहा था। म्यांमार के श्रद्धालु धार्मिक स्थल के ऊपर पूजा-पाठ के साथ फोटोग्राफी करने में व्यस्त थे। सनातन व बौद्ध धर्मियों में हो रही नारेबाजी से अनजान होकर वह अपने भक्तिभाव में लीन दिखाई दिए। विदेशी मेहमानों की बसें परिसर में ही खड़ी थीं। तिब्बत व श्रीलंका के श्रद्धालुओं ने पूजा की। यह लोग संकिसा में बने अपने-अपने देश के मठ-मंदिरों में ठहरे हुए हैं।
शांति संदेश यात्रा का स्वागत
शांति संदेश समिति व यूथ बुद्धिष्ट सोसायटी आफ इंडिया की ओर से आठवीं संदेश यात्रा निकाली गई। यात्रा का जगह-जगह स्वागत किया गया। संयोजक प्रशांत बौद्ध ने बताया कि जनपद इटावा के गांव दुगावली बसरेहर से पूर्व सांसद रघुराज सिंह शाक्य ने यात्रा को रवाना किया था। वह लोग आठ साल से शांति संदेश यात्रा निकाल रहे हैं। संकिसा में यात्रा का समापन हुआ।