घनी आबादी में मिला आतिशबाजी का जखीरा
रोक के बावजूद आबादी क्षेत्र में ही आतिशबाजी की दुकानें व गोदामें खुली हुई हैं। इसकी शिकायतें मिलने के बाद एसडीएम सदर सीओ सिटी व प्रभारी अग्निशमन अधिकारी ने गुरुवार को चार दुकानों पर जांच की। एक थोक विक्रेता को तत्काल गोदाम एकांत में ले जाने का निर्देश दिया गया।
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : रोक के बावजूद आबादी क्षेत्र में ही आतिशबाजी की दुकानें व गोदाम खुले हुए हैं। इसकी शिकायतें मिलने के बाद एसडीएम सदर, सीओ सिटी व प्रभारी अग्निशमन अधिकारी ने गुरुवार को चार दुकानों पर जांच की। एक थोक विक्रेता को तत्काल गोदाम एकांत में ले जाने का निर्देश दिया गया।
दीपावली की तैयारी में जुटे देशी आतिशबाजी निर्माता रात-दिन काम कर रहे हैं। थोक आतिशबाजी की दुकानों पर भी रौनक बढ़ गई है। एसडीएम सदर अनिल कुमार, सीओ सिटी मन्नीलाल गौड़, प्रभारी अग्निशमन अधिकारी अवधेश कुमार ने दोपहर को पांचालघाट मार्ग स्थित अमेठी जदीद गांव के मोड़ पर थोक विक्रेता सचिन मिश्रा की दुकान चेक की। दुकान के अंदर ही गोदाम है। उससे सटा हुआ मार्केट व सर्वाधिक व्यस्त मार्ग है। अधिकारियों ने वहां से तत्काल गोदाम हटाने के लिए कहा। इस पर सचिन के पिता ने तर्क दिया कि गोदाम कई वर्ष से है। 15 दिन की बिक्री बची है। उन्हें इस बार आतिशबाजी बेचने दी जाए, लेकिन अधिकारियों ने उनकी एक नहीं सुनी और गोदाम हटाने के लिए कहा। विदित है कि अन्य कई गोदामें भी घनी आबादी में ही संचालित हैं। जिससे अनहोनी की आशंका बनी रहती है। सातनपुर, मंडी रोड, गांव विजाधरपुर में बरेली हाइवे, ढिलावल रोड आदि पर भी दुकानें हैं। गांव खानपुर में भी जतिन महाजन की दुकान देखी गई। सीओ सिटी ने बताया कि दो थोक विक्रेताओं व पांचालघाट पर दो देशी आतिशबाजी निर्माताओं की दुकानें चेक की गईं। थोक बिक्री की एक दुकान बंद मिली। सचिन को गोदाम हटाने के लिए कहा गया है। दुकानों के बिक्री व सुरक्षा संबंधी अभिलेख भी देखे गए।