तख्ती लेकर एसपी के पास आया हिस्ट्रीशीटर, लिखा- ‘साहब मैं बेकसूर हूं, आम नागरिक की तरह जिंदगी जीना चाहता हूं’
एसपी कार्यालय में एक हिस्ट्रीशीटर अजब तरीके से आत्मसमर्पण करने पहुंचा। उसके हाथ में एक तख्ती थी जिसपर लिखा था ‘साहब मैं बेकसूर हूं आम नागरिक की तरह जिंदगी जीना चाहता हूं’। जिले के टाप टेन बदमाश के साथ उसकी मां भी मौजूद थी।
फर्रुखाबाद, जागरण संवाददाता। यूपी के जिले फर्रुखाबाद में एसपी कार्यालय में एक हिस्ट्रीशीटर अजब तरीके से आत्मसमर्पण करने पहुंचा। उसके हाथ में एक तख्ती थी जिसपर लिखा था, ‘साहब मैं बेकसूर हूं, आम नागरिक की तरह जिंदगी जीना चाहता हूं’। जिले के टाप टेन बदमाश के साथ उसकी मां भी मौजूद थी, जिसने बताया कि उसके बेटे मंदिर में सुधरने का वचन दिया है। इसके बाद एसपी ने उसे परेशान नहीं करने आश्वासन दिया है।
जानकारी के मुताबिक, मोहल्ला अंगूरी बाग निवासी आदित्य कुमार राजपूत उर्फ बादल के खिलाफ शहर कोतवाली, मऊदरवाजा व राजेपुर थाने में गंभीर धाराओं के नौ मुकदमे दर्ज हैं। वह कोतवाली का हिस्ट्रीशीटर है और टापटेन बदमाशों की सूची में शामिल है।
मां के साथ आया एसपी कार्यालय
सोमवार दोपहर वह अपनी मां लौंगश्री के साथ पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा के कार्यालय पहुंचा। वह हाथ में तख्ती लिए था। जिसमें लिखा था, ‘साहब मैं बेकसूर हूं, आम नागरिक की तरह जिंदगी जीना चाहता हूं’।
कुल 9 मुकदमे दर्ज होने की बात बताई
आदित्य ने पुलिस अधीक्षक को संबोधित शपथ भी दिया, जिसमें उसने कहा है कि उसके खिलाफ कोतवाली में चार, मऊदरवाजा थाने में तीन व राजेपुर थाने में दो मुकदमे दर्ज हैं। सभी मुकदमों में न्यायालय से उसे जमानत मिली है। वह शांतिपूर्वक रहना चाहता है कोई अपराध नहीं करेगा। पुलिस का सहयोग करेगा।
महाकाल मंदिर में दिया है वचन
मां लौंगश्री ने अपने प्रार्थना पत्र में कहा है कि पुत्र ने महाकाल मंदिर में उन्हें वचन दिया है कि वह आपराधिक गतिविधियों से दूर रहेगा। इस पर एसपी ने आश्वासन दिया कि उसे बेवजह परेशान नहीं किया जाएगा।
कोतवाली प्रभारी विनोद कुमार शुक्ल ने बताया कि आदित्य कुमार राजपूत की हिस्ट्रीशीट खुली है। वह टाप टेन बदमाशों की सूची में शामिल है।