अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में फिर शिक्षक पड़ेंगे कम
परिषदीय अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में इस बार फिर तैनाती के बावजूद शिक्षक कम पड़ जाएंगे। ऐसा इसलिए कि जिले में वर्ष 2019-20 के लिए 45 प्राथमिक व दस उच्च प्राथमिक विद्यालयों को चिन्हित किया गया है। शासनादेश के अनुसार प्रति विद्यालय एक प्रधानाध्यापक व चार शिक्षकों की तैनाती होनी है इसलिए 275 अंग्रेजी शिक्षकों की आवश्यकता है। पर साक्षात्कार के दौरान 204 अंग्रेजी शिक्षकों का ही चयन किया गया। इसलिए इस बार भी 71 शिक्षक अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में तैनाती के लिए कम पड़ जाएंगे।
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : परिषदीय अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में तैनाती के बावजूद विगत वर्ष की भांति इस बार फिर शिक्षक कम पड़ जाएंगे। ऐसा इसलिए कि जिले में वर्ष 2019-20 के लिए 275 अंग्रेजी शिक्षकों की आवश्यकता थी, जिसके सापेक्ष मात्र 204 अंग्रेजी शिक्षकों का ही चयन किया गया। इस लिए अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में 71 शिक्षक कम पड़ जाएंगे। शासनादेश के अनुसार प्रति विद्यालय एक प्रधानाध्यापक व चार शिक्षकों की तैनाती होनी थी। हालांकि विगत वर्ष के 88 इंग्लिश मीडियम स्कूलों के सापेक्ष इस बार मात्र 55 विद्यालय ही चयनित किए गए हैं।
अंग्रेजी माध्यम परिषदीय विद्यालय में एक प्रधानाध्यापक व चार शिक्षकों की तैनाती किए जाने का मानक है। वर्ष 2017-18 में करीब 88 विद्यालय अंग्रेजी माध्यम चिह्नित किए गए थे, जिनमें 40 में शिक्षक कम पड़ गए थे। वर्ष 2019-20 में भी यही स्थिति रही। वर्ष 2019-20 में 45 प्राथमिक व दस उच्च प्राथमिक विद्यालयों का चयन अंग्रेजी माध्यम के लिए किया गया। इनमें मानक के अनुसार 275 शिक्षकों की आवश्यकता थी। अंग्रेजी टीचर बनने के लिए करीब 385 से ज्यादा शिक्षकों ने आवेदन किए थे। जुलाई माह में इन शिक्षकों ने लिखित व मौखिक परीक्षा दी थी, लेकिन इसके बाद सीडीओ ने अगस्त माह में फिर अंग्रेजी शिक्षकों का साक्षात्कार लिया, जिसमें 204 अंग्रेजी शिक्षक पास हुए। बीते दिनों अफसरों ने 145 अंग्रेजी शिक्षकों की पहली लिस्ट घोषित कर उन्हें ज्वाइनिग कराना शुरू कर दिया है। हालांकि अभी भी 59 शिक्षकों की दूसरी लिस्ट घोषित करना बाकी है। 204 शिक्षकों की तैनाती होने के बावजूद मानक के तहत 71 शिक्षकों की फिर कमी रह जाएगी। मानक के अनुसार शिक्षक तो कम रह जाएंगे, लेकिन चयनित सभी अंग्रेजी स्कूलों में कम से कम दो-दो शिक्षकों की तैनाती अवश्य की जाएगी। रामसिंह, बीएसए