स्नान करते समय किशोर गंगा में डूबा, तलाश जारी
संवाद सूत्र, शमसाबाद : गंगा को पहनावन पहनाने के बाद साथियों के स्नान कर रहा किशोर गंगा मे
संवाद सूत्र, शमसाबाद : गंगा को पहनावन पहनाने के बाद साथियों के स्नान कर रहा किशोर गंगा में डूब गया। साथी किशोर की तलाश के लिए गोताखोरों की तलाश में घूमते रहे, लेकिन पुलिस दूसरे की सीमा में घटना होने की बात कहते हुए इधर-उधर घुमाती रही। बमुश्किल साथियों ने गोताखोरों को तलाश भी लिया तो वह दस हजार रुपये की मांग करते रहे। जब रुपये देने की हां कर दी गई, तब वह किशोर की तलाश में उतरे। तब तक काफी देर हो चुकी थी। युवक का कोई पता नहीं चला।
थाना नवाबगंज के गांव कनासी निवासी धीरेंद्र का 17 वर्षीय पुत्र रितिक अपने परिजनों के साथ गंगा में पहनावन करने आया था। पहनावन के बाद रितिक अपने साथी 18 वर्षीय रौनक, 19 वर्षीय साहिल, 17 वर्षीय हिमांशु, 18 वर्षीय शिवांग व 16 वर्षीय शिवकार के साथ गंगा में नहाने लगा। यह सभी बीच धारा में पहुंच गए और डूबने लगे।किशोरों को डूबता देख नाविक नाव लेकर पहुंचे और रौनक, साहिल, शिवांग, हिमांशु व शिवकार को निकाल लिया। रितिक गहरे पानी में चला गया। परिजनों ने चीख पुकार कर अधिकारियों को सूचना दी और मेले में गोताखोरों की तलाश करने लगे। उत्तरी तट पर मेले की व्यवस्था देख रहे जनपद शाहजहांपुर थाना मिर्जापुर के मेला प्रभारी संजय शुक्ला से गोताखोर उपलब्ध कराने को कहा। संजय शुक्ला ने मामला जनपद फर्रुखाबाद का बताकर गोताखोर देने से मना कर दिया। सूचना पर पहुंचे प्रभारी निरीक्षक जयंती प्रसाद ने लगभग 2 घंटे बाद गोताखोरों को बुलाकर गंगा में रितिक की तलाश कराई। रितिक के परिजनों का कहना था कि मेले में न तो पुलिस मौजूद थी न ही गोताखोर। उत्तरी तट पर मौजूद गोताखोरों ने दस हजार रुपये मांगे। जब रुपये देने के लिए हां की तब गोताखोर गंगा में उतरे। गंगा में इस बार कोई भी बैरीके¨डग नहीं कराई गई और न ही मेले में सुरक्षा की ²ष्टि पुलिस मौजूद थी। प्रभारी निरीक्षक जयंती प्रसाद गंगवार ने बताया कि बैरीके¨डग के लिए ग्राम प्रधान से कहा गया था, लेकिन उन्होंने नहीं कराई। मेले में पुलिस मौजूद थी। किशोर की तलाश कराई जा रही है।