मामा के आधार कार्ड पर भर्ती हुआ था कोरोना संक्रमित युवक
आंध्र प्रदेश से लौटे युवक ने अपने मामा का आधार कार्ड लगाकर उनके नाम से ही क्वॉरंटाइन सेंटर में भर्ती हो गया। अभी भी वह अपने मामा के नाम से जाना जा रहा है। बुधवार को जांच करने पहुंचे राजस्व कर्मियों को हकीकत बताई गई। बताया गया कि युवक का अपना आधार कार्ड नहीं है। लौटते वक्त वह मामा के ही आधार कार्ड से आ गया।
संवाद सूत्र, शमसाबाद : आंध्र प्रदेश से लौटा युवक अपने मामा का आधार कार्ड लगाकर उनके नाम से ही क्वारंटाइन सेंटर में भर्ती हो गया। अभी भी वह अपने मामा के नाम से जाना जा रहा है। बुधवार को जांच करने पहुंचे राजस्व कर्मियों को हकीकत बताई गई। बताया गया कि युवक का अपना आधार कार्ड नहीं है। लौटते वक्त वह मामा के ही आधार कार्ड दिखाते हुए यहां आया था।
दशीपेटा, पड़पड़ा सेंटर, विजयबाड़ा, आंध्र प्रदेश से आए शमसाबाद थाना क्षेत्र के गदनपुर बख्श अमलैया आशानंद निवासी 22 वर्षीय युवक ने 24 मई को नवाबगंज के एसकेएम इंटर कालेज में क्वारंटाइन के दौरान अपने मामा का आधार कार्ड लगाकर उनके नाम से ही भर्ती हो गया। जब उसकी कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आई तो युवक को एडवांस लाइफ सपोर्ट 108 एंबुलेंस से औरैया के दिबियापुर एल-1 अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां पर भी युवक की पहचान उसके मामा के नाम से हो रही है। बुधवार को राजस्व टीम जांच करने गांव पहुंची। प्रधान सोमवती ने बताया की कोरोना पॉजिटिव युवक के साथ में गांव का ही युवक आया था। वह पर घर पर होम क्वारंटाइन है। प्रधान ने मोनू के बर्फ बेंचने की जानकारी दी। लेखपाल ज्ञानेंद्र सिह और चिलसरा चौकी पुलिस ने मोनू और दिल्ली से लौटे धनपाल, दयानंद को मेजर एसडी सिंह मेडिकल कॉलेज में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया। वहां पर तीनों के सैंपल लिए जाएंगे। कानपुर स्थित ससुराल भी गया था एक युवक
कोरोना पॉजिटिव युवक के साथ राजेपुर ब्लाक के नगला केवल निवासी और शमसाबाद के गांव चंपतपुर निवासी दो युवकों के अलावा एक और युवक आया था। यह युवक कानपुर स्थित अपनी ससुराल चला गया था। यहां पर चंपतपुर और नगला केवल के युवकों की थर्मल स्क्रीनिग कर उन्हें घर भेज दिया गया था।