एल-1 अस्पताल में शंख बजाकर भगा रहे कोरोना
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद कोरोना की चपेट में आए मरीज खतरनाक वायरस से कई तरीकों स
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : कोरोना की चपेट में आए मरीज खतरनाक वायरस से कई तरीकों से लड़ाई लड़ रहे हैं। कोई व्यायाम कर रहा है तो कोई शंख बजाकर कोरोना को भगा रहे हैं। चिकित्सकों का भी कहना है कि शंख बजाने से फेफड़ों का व्यायाम हो जाता है। इससे शरीर में आक्सीजन की मात्रा भी बढ़ती है।
वायरस का असर फेफड़ों पर ही पड़ता है। अनुलोम-विलोम के साथ भ्रस्तिका आदि योग कारगर हैं। वहीं यदि 60 सेकेंड तक सांस रोक लेते हैं तो कोरोना से निपटना आसान हो जाता है। यही कारण है कि एल-1 में भर्ती कई मरीज नियमित रूप से सुबह और शाम को शंख बजाते हैं। वार्ड संख्या-1 में भर्ती शमसाबाद ढाई घाट निवासी मरीज बताते हैं कि वह नियमित रूप से शंख बजाते हैं। इससे उनकी पूजा अर्चना भी हो जाती है और व्यायाम भी। मन भी अच्छा हो जाता है। सात वर्षीय मरीज की सब कर रहे देखभाल
एल-1 अस्पताल में दो दिन पहले शमसाबाद के अद्दूपुर गांव से एक साथ वर्षीय बालिका अकेली भर्ती हुई है। अकेली होने के कारण पहले दिन तो वह बहुत रोई, लेकिन बाद में साथी मरीजों ने अपना सामान देकर उसकी देखभाल करनी शुरू कर दी। अब सब मिलकर उसकी देखभाल कर रहे हैं तो बच्ची के चेहरे में उदासी के बजाय खुशी झलकती है।