डीएलएड में नकल का धंधा बंद होगा, बदली परीक्षा नीति
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : डीएलएड परीक्षा में इस बार नकल का धंधा बंद होगा। बदली परीक्षा न
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : डीएलएड परीक्षा में इस बार नकल का धंधा बंद होगा। बदली परीक्षा नीति के अनुसार राजकीय व अनुदानित इंटर कॉलेजों को ही परीक्षा केंद्र बनेंगे। परीक्षा केंद्र जिला मुख्यालय के निकट स्थित कॉलेजों में ही रहेगा।
जिले में 32 डीएलएड कॉलेज हैं। प्रत्येक बैच के छात्रों को चार सेमेस्टर में परीक्षा देनी होती है। कई कॉलेजों में छात्रों की पढ़ाई के नाम पर खानापूरी है। योग्यताधारी शिक्षक भी नहीं हैं। एडमीशन के अलावा प्रैक्टिकल किट में छात्रों से वसूली होती है। एक हजार रुपये वाली किट पांच से 10 हजार में बेची जाती। जो छात्र विरोध करते हैं, उनको प्रायोगिक परीक्षा में कम नंबर दिए जाने की बात कही जाती है। नकल के लिए तीन हजार के हिसाब से हुई थी वसूली
गत परीक्षा के दौरान कुछ केंद्रों पर तीन हजार रुपये के हिसाब से छात्रों से वसूली हुई। नकल के लालच में विरोध भी नहीं हुआ। इस पर सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने परीक्षा नीति बदल दी। बदली नीति के अनुसार डीएलएड कॉलेजों के बजाय राजकीय व अनुदानित इंटर कॉलेजों को परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा। 28 से होगी परीक्षा, 5813 परीक्षार्थी होंगे शामिल
डीएलएड बैच 2017 व 2018 के छात्रों की परीक्षा 28 जनवरी से 2 फरवरी तक होगी। परीक्षा दो पालियों में कराई जाएगी। प्रथम सेमेस्टर में 3354 व दूसरे सेमेस्टर में 2459 परीक्षार्थी हैं। पहले सेमेस्टर में आठ व दूसरे में सात पेपर
पहले सेमेस्टर में आठ पेपर होंगे। 28 जनवरी को प्रथम व द्वितीय प्रश्नपत्र, 29 को तीसरे, चौथे व पांचवें प्रश्नपत्र, 30 को षष्ठम, सप्तम व अष्टम प्रश्नपत्र की परीक्षा होगी। द्वितीय सेमेस्टर में 31 को भारतीय समाज व प्रारंभिक शिक्षा, प्रारंभिक शिक्षा के नवीन प्रयास, एक फरवरी को विज्ञान, गणित, सामाजिक अध्ययन, दो को ¨हदी, अंग्रेजी के प्रश्नपत्र की परीक्षा होगी। डीआइओएस कमलेश बाबू का कहना है कि परीक्षा नीति के अनुसार ही केंद्र प्रस्तावित किए जाएंगे।