बाल आयोग की सदस्य को भट्ठे पर मिले बाल श्रमिक
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : बाल अधिकार आयोग की सदस्य डॉ. प्रीति वर्मा को निरीक्षण के दौरा
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : बाल अधिकार आयोग की सदस्य डॉ. प्रीति वर्मा को निरीक्षण के दौरान ईंट-भट्ठे पर बाल श्रमिक मिट्टी की खोदाई करते मिले। किसी भी श्रमिक के पास नागरिकता या पहचान से संबंधित कोई प्रमाण-पत्र तक उपलब्ध नहीं था। उन्होंने इसे मानव तस्करी जैसा मानते हुए जिला प्रशासन की बड़ी लापरवाही बताया।
निरीक्षण भवन में वार्ता के दौरान डॉ. वर्मा ने कहा, पूरे प्रदेश में बाल अधिकारों के उल्लंघन का सर्वेक्षण किया जा रहा है। शिक्षा के अधिकार के तहत अभी तक लक्षित वर्ग को इसका वास्तविक लाभ नहीं मिला है। इसके पीछे मुख्य रूप से जागरूकता का अभाव और गरीब अभिभावकों की इंटरनेट तक सीमित पहुंच जिम्मेदार हैं। प्रशासन के अलावा स्वयंसेवी संस्थाओं और संगठनों को निजी स्कूलों के बाहर स्टाल लगाकर आरटीई का प्रचार करना चाहिए। किशोर संप्रेक्षण गृह में रह रहे अपचारी किशोरों के मामले में छह माह में फैसले के स्थान पर सालों तक मुकदमे लटके रहने के मामले में उन्होंने माना कि व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है। काफिला रुकते ही मची भगदड़
जिला मुख्यालय की सीमा पर महरूपुर सहजू के निकट सुभाष चंद्र के आरवाई भट्टा पर बाल आयोग सदस्य का काफिला रुकते ही भगदड़ मच गई। भट्ठे पर ईंटों की पथाई और मिट्टी की खोदाई चल रही थी। बच्चे तो भाग कर मिट्टी के टीले पर चढ़ गए। पूछताछ में पता चला कि यह श्रमिक परिवार सहित बिहार प्रांत से आए हैं। जूनियर हाईस्कूल याकूतगंज व महरूपूर सहजू में सभी छात्र एक साथ धूप में बैठे मिले। विद्यालय के इज्जतघर के दरवाजे टूटे थे। अध्यापकों ने आयोग की सदस्या के सामने कभी कंप्यूटर न मिलने की पुष्टि की। पंजीकरण के सापेक्ष उपस्थिति एक तिहाई मिली।