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गोशाला में छाया की व्यवस्था न होने से धूप में घूमते मवेशी

संवाद सूत्र नवाबगंज गोशाला में बंद गोवंश सूखे भूसे के सहारे जीने को मजबूर हैं। गोशाला में 352 मवेशी बंद हैं। छाया के लिए दो टिन शेड ही होने से अधिकांश मवेशी धूप में घूमते रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 19 Sep 2019 11:24 PM (IST)Updated: Fri, 20 Sep 2019 06:30 AM (IST)
गोशाला में छाया की व्यवस्था न होने से धूप में घूमते मवेशी
गोशाला में छाया की व्यवस्था न होने से धूप में घूमते मवेशी

संवाद सूत्र, नवाबगंज : गोशाला में बंद गोवंश सूखे भूसे के सहारे जीने को मजबूर हैं। गोशाला में 352 मवेशी बंद हैं। छाया के लिए दो टिन शेड ही होने से अधिकांश मवेशी धूप में घूमते रहे हैं।

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ग्राम पंचायत सितबनपुर पिथू के मजरा हेकड़गंज में बेसहारा मवेशियों के लिए बनाई गई गोशाला का जिलाधिकारी मोनिका रानी व मुख्य विकास अधिकारी डा. राजेंद्र पैंसिया सहित अन्य अधिकारियों ने निरीक्षण किया था। उसके बाद भी गोशाला में अव्यवस्थाओं का बोलबाला है। अधिकारियों के निरीक्षण में कमियों को सुधारने के निर्देश तो दिए जा रहे है, लेकिन कर्मचारी उन पर कोई अमल करते नजर नहीं आ रहे। जिसका नुकसान बेजुबान मवेशियों को हो रहा है। गोशाला में 352 बेसहारा मवेशियों को बंद किया गया है। खाने के लिए 120 नादें बनाई गई हैं, जिससे मवेशियों को खाने में भी समस्या हो रही है। परिसर में छाया के लिए दो टीन शेड बनाए गए है। जिससे अधिकांश मवेशी धूप में घूमते रहते हैं। मवेशियों को खाने में न हरा चारा ही मिलता है और न ही दाना की कोई व्यवस्था की गई है। जिससे मवेशियों को खाने में सूखा चारा दिया जा रहा है। गोशाला में कई मवेशी बीमार हैं। यहां बिजली का कनेक्शन, चारा काटने की मशीन आदि की भी व्यवस्था नहीं है। गोशाला में मौजूद गोरक्षक भगवान सहाय, धर्मेंद्र कुमार, किशोरी लाल, राजन, रामराज, ओमवीर, विनय कुमार ने बताया कि गोशाला में 352 मवेशी बंद हैं। उपलब्ध भूसा ही खाने में दिया जा रहा है। पूर्व में दाना की व्यवस्था थी, लेकिन काफी दिनों से दाना नहीं मिल रहा है। जिससे उनको भूसा ही खिलाया जा रहा है। गोशाला में बिजली, चारा मशीन आदि की व्यवस्था नहीं है।


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