टाप बाक्स:: पुलिस कार्यालय में दलाल सक्रिय, जोड़तोड़ में लगे
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद सेना भर्ती हो या फिर शिक्षक भर्ती। कुछ लोगों ने जालसाजी कर नौक
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : सेना भर्ती हो या फिर शिक्षक भर्ती। कुछ लोगों ने जालसाजी कर नौकरी पा ली। जांच में मामला जब उजागर हुआ तो अभ्यर्थियों में हलचल मच गई। नौकरी से हाथ न धोना पड़े, इसलिए कुछ लोगों ने सेना भर्ती दलालों के माध्यम से जोड़तोड़ शुरू कर दी है।
जनपद में हुई सेना भर्ती में दलालों ने फर्जी दस्तावेज तैयार कराकर कुछ लोगों को सेना में भर्ती करा दिया। प्रशिक्षण के बाद सैनिक को अन्य जगहों पर तैनाती दी गई। वहां पर सैन्य अधिकारियों को जब शक हुआ तो सैनिकों के अभिलेख सत्यापन के लिए जिलाधिकारी कार्यालय भेजे गए। वहां से पुलिस अधीक्षक को सत्यापन के लिए पत्र लिखे गए। एसपी के आदेश पर जब जांच की गई तो कई सैनिकों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए। जिस पर पुलिस अधीक्षक ने सैन्य अधिकारियों को एफआइआर दर्ज कराने के लिए पत्र लिखे। अब तक 16 मामलों में फर्जीवाड़ा पाया जा चुका है। अन्य प्रमाण पत्रों की जांच की जा रही है। दस्तावेज में संबंधित गांव के प्रधान और लेखपाल की भूमिका भी संदेह के घेरे आ गई है। ऐसे लोगों की भी जांच शुरू कर दी गई है। सेना भर्ती के अलावा दो शिक्षकों के प्रमाण पत्र भी फर्जी पाए जा चुके हैं। अब दलाल पुलिस कार्यालय में अपनी गोट फिट करने में लगे हुए हैं। पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार मिश्रा ने बताया कि जांच में जिन लोगों के प्रमाण पत्र गलत पाए जा रहे हैं, उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए संबंधित अधिकारियों को पत्र लिखे जा रहे हैं। एक प्रधान ने दो सैनिकों को गांव का निवासी बताया
कायमगंज कोतवाली क्षेत्र के एक गांव निवासी प्रधान ने दो सैनिकों को गांव का निवासी होने का पत्र दे दिया। जांच में दोनों के निवास स्थान गलत पाए गए। इनमें जनपद मथुरा निवासी मोंटू समेत दो लोग हैं। गांव जिराऊ में रहने का निवास पत्र बनवा लिया गया। जब कि जनपद शामली निवासी गौरव चिकारा ने मेरापुर थाना क्षेत्र के गांव पखना का निवास स्थान दिखाया।