पुलिस व वन विभाग की साठगांठ से उजड़ रहे धरा के भूषण
संवाद सूत्र कमालगंज एक ओर सरकार पर्यावरण संतुलित रखने को व्यापक स्तर पर पौधारोपण कार्यक्रम चला रही है। वहीं थाना क्षेत्र में हरे पेड़ों का कटान धड़ल्ले से हो रहा है।
संवाद सूत्र, कमालगंज : कुछ दिन पूर्व तक 'वृक्ष धरा के भूषण हैं, करते दूर प्रदूषण हैं' जैसे नारों पर गला साफ करने वाले जरा सी लालच में हरे पेड़ कटवाने का ठेका उठाने में नहीं चूक रहे हैं। एक ओर सरकार पर्यावरण संरक्षण को व्यापक स्तर पर पौधारोपण कार्यक्रम चला रही है। वहीं थाना क्षेत्र में हरे पेड़ों का कटान धड़ल्ले से हो रहा है।
क्षेत्र के गांव पिथूपुर मेहदिया निवासी ग्रामीण से याकूतगंज निवासी ठेकेदार ने हरे पेड़ खरीदकर कटान का सौदा किया। अधिकारियों की साठगांठ से ठेकेदार ने नीम के 11 हरे पेड़ कटवा डाले। लकड़ी काट रहे लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि 'साहब' के ड्राइवर को सात हजार रुपये दिए गए हैं। काटे गए पेड़ों की लकड़ी भी रविवार सुबह ट्रैक्टर से भरकर याकूतगंज स्थित एक आरा मशीन पर ले जाई गई। मामले की मीडिया में सुगसुगाहट के बाद लकड़ी को वहां से हटाकर एक बाग में छिपा दिया गया।
थानाध्यक्ष जसवंत सिंह ने बताया कि थानाक्षेत्र में हरे पेड़ काटे जाने का कोई मामला संज्ञान में नहीं है। पुलिस को रूपये दिए जाने का आरोप गलत है।
पिथूपुर मेहदिया गांव में हरे पेड़ों के काटे जाने की कोई जानकारी नहीं है। फिर भी जांच के बाद रिपोर्ट दर्ज कराएंगे।
- चंद्रभान, वन विभाग रेंजर