पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था में बैंक निभाएंगे सक्रिय भागेदारी
बैंक ऑफ इंडिया की ओर से आयोजित दो दिवसीय ग्राहक मिलन समारोह का शनिवार को समापन हो गया। इस दौरान 50 करोड़ के ऋण स्वीकृत किए गए। वक्ताओं ने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य है कि भारत को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में बैंकें भी सक्रिय भागेदारी निभाएं। इस दौरान विभिन्न बैंकों के लगे स्टालों में ग्राहकों को योजनाओं की जानकारी दी गई।
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : बैंक ऑफ इंडिया की ओर से आयोजित दो दिवसीय ग्राहक मिलन समारोह का शनिवार को समापन हो गया। इस दौरान 50 करोड़ के ऋण स्वीकृत किए गए। वक्ताओं ने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य है कि भारत को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में बैंक भी सक्रिय भागेदारी निभाएं। इस दौरान विभिन्न बैंकों के लगे स्टालों में ग्राहकों को योजनाओं की जानकारी दी गई।
मुख्य अतिथि जिला कृषि अधिकारी आरके सिंह ने कहा कि ग्राहक मिलन समारोह कार्यक्रम दो चरणों में होगा। यह पहला चरण है। बैंक के महाप्रबंधक ब्रजलाल ने कहा कि यह कार्यक्रम 400 जिलों में बैंकिंग की पहुंच को सुनिश्चित करने के लिए तैयार किया गया है। अग्रणी जिला प्रबंधक केएम उपाध्याय ने कहा कि इस कार्यक्रम का व्यापक लक्ष्य यह है कि भारत को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में बैंकों की भी सक्रिय भागेदारी रहे। नाबार्ड के प्रतिनिधि एवं जिला विकास प्रबंधक अनुपम बत्रा ने कहा कि पहले चरण में 11 जिलों में ग्राहक मिलन समारोह कार्यक्रम हुए हैं। दूसरे चरण में इससे ज्यादा जिलों को शामिल किया जाएगा। बैंक ऑफ महाराष्ट्र, आर्यावर्त ग्रामीण बैंक, बैंक ऑफ इंडिया और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, जिला उद्योग केंद्र और जिला नगरीय विकास अभिकरण कार्यालय (डूडा) आदि के काउंटर लगे थे। काउंटरों पर आने वाले ग्राहकों को विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी गई। कार्यक्रम का संचालन आरएस दुबे ने किया। आर्यावर्त बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक पीवी सहाय, एसबीआई के क्षेत्रीय प्रबंधक केके साहू, मेघा गुप्ता और जगवीर सिंह आदि रहे।