बुरा हाल: गंभीर हालत में अस्पताल-दर-अस्पताल भटकी महिला
संवाद सहयोगी, कायमगंज : बारह दिन पहले हुए प्रसव के बाद हालत बिगड़ने पर सीएचसी लाई गई महिल
संवाद सहयोगी, कायमगंज : बारह दिन पहले हुए प्रसव के बाद हालत बिगड़ने पर सीएचसी लाई गई महिला को उपचार की जगह उसे तत्काल रेफर स्लिप थमा दी गई। गंभीर हालत के बावजूद प्राइवेट डॉक्टर के यहां भी उसे उपचार नहीं मिला। हारकर वह फिर सीएचसी पहुंची, जहां एक घंटे बाद उसे एंबुलेंस मिल सकी। इस दौरान उसकी जान भी जा सकती थी, लेकिन स्वास्थ्य कर्मियों का दिल महिला को देखकर नहीं पसीजा।
तहसील क्षेत्र के नवाबगंज ब्लॉक के ग्राम कुरार निवासी शिवकुमार की पत्नी संगीता (26) को परिजन गंभीर हालत में सीएचसी लाए। परिजनों ने बताया कि 21 नवंबर को प्रसव के बाद उसे घर ले गए थे, लेकिन घर पर हालत बिगड़ जाने पर वह उसे यहां लाए हैं। उस समय महिला चिकित्साधिकारी डॉ. मधु अग्रवाल एक किशोरी का मेडिको लीगल परीक्षण कर रहीं थी, इसलिए वह महिला को देखने नहीं आई। महिला वार्ड में नर्स ने उसे देखा व डॉ. मधु अग्रवाल के हस्ताक्षर वाली रेफर स्लिप थमा दी। गंभीर हालत की महिला को उपचार न होने पर परिजन उसे ई-रिक्शा से नगर के प्राइवेट अस्पतालों व नर्सिग होमों में भटके, लेकिन गंभीर हालत की महिला को कोई भी उपचार देने को तैयार नहीं हुआ। हार कर परिजन उसे फिर सीएचसी लाए व स्वास्थ्यकर्मियों से फिर से उपचार करने की गुहार की, लेकिन रेफर स्लिप के बाद किसी ने उसकी नहीं सुनी। परिजनों ने एंबुलेंस को फोन किया, लेकिन एंबुलेंस भी करीब एक घंटे बाद आई। तब तक परिजन सीएचसी के बाहर खुद ही पानी आदि पिलाकर महिला को दिलासा देने की कोशिश करते रहे। एंबुलेंस आई तो उसे न तो उसमें स्ट्रेचर नहीं निकला। सीएचसी से भी स्ट्रेचर नहीं मिला। महिला के पति ने उसे गोद में उठा कर एंबुलेंस में चढ़ाया।
मामले की जानकारी नहीं है। जांच कराई जाएगी। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। स्टाफ नर्स रीता ने बताया कि प्रसूत में खून की कमी के कारण बुरी तरह एनेमिक थी। अस्पताल में खून की व्यवस्था न होने के कारण महिला को रेफर कर दिया गया।
डॉ. एके उपाध्याय, मुख्य चिकित्साधिकारी